फागुन सदा शिव खेलें होरी...

बागेश्वर/गरुड़ : रंग पड़ते ही जनपद में होली की धूम मचने लगी है। गांवों में महिला व पुरुष होली के रंग म

By Edited By: Publish:Sun, 01 Mar 2015 10:23 PM (IST) Updated:Mon, 02 Mar 2015 04:26 AM (IST)
फागुन सदा शिव खेलें होरी...

बागेश्वर/गरुड़ : रंग पड़ते ही जनपद में होली की धूम मचने लगी है। गांवों में महिला व पुरुष होली के रंग में रंग गए हैं। गरुड़ की कत्यूर घाटी में होली की धूम मची हुई है। बैठकी होली में महिलाएं स्वांग रचाकर होली को और अधिक आकर्षक बना रही हैं।

कत्यूर घाटी के भेटा, सिल्ली, मटेना , पाये, गढ़सेर, गागरीगोल, पुरड़ा आदि गांवों में डांगरों ने चीरबंधन किया और अबीर गुलाल उड़ाया। होल्यारों ने एक दूसरे को टीका लगाकर माहौल में रौनक भर दी। मंगलमूर्ति संगठन की ओर से शनिवार की रात राममंदिर में होली महोत्सव का आयोजन किया गया। अबीर गुलाल से रंगे होल्यारों ने बैठकी व खड़ी होली से समा बांध दिया।

इस दौरान फागुन सदाशिव खेलत होरी, कान्हा रे कान्हा तूने ऐसे क्या किया, राधा ने पकड़ रंग डाला, होली खेलो बिहारी रे, मोहे अकेली समझो ना मोहन, वन को चले दोनों भाई, आयो नवल बसंत सखी आदि होलियां गाई। होली के गीतों पर होल्यार जमकर थिरके। संगठन की ओर से होल्यारों के लिए आलू के गुटके भी बनाए गए। इस दौरान मंगलमूर्ति संगठन के संरक्षक दयाल गिरि गोस्वामी, घनश्याम जोशी, हिमांशु तिवारी, संजय कांडपाल, प्रकाश तिवारी, सुंदर भाकुनी, रमेश जोशी, भुवन बृजवासी, कैलाश जोशी, डीके नेगी, भास्कर बृजवासी, धीरज जोशी, गणेश बाबा, प्रकाश जोशी आदि मौजूद थे। जनपद के अन्य स्थानों में भी होली का रंग जमा हुआ है। रविवार को दिन भर बरसात के बावजूद घरों में होल्यारों ने बैठकी होली का आयोजन किया।

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