रिहंद बांध के जलस्तर में कमी होना जारी, कम वृद्धि के लिए मानसून की बेरुखी वजह

मानसून सत्र खत्म होने के साथ रिहंद जलाशय का जलस्तर घटना शुरू हो गया है। बुधवार को रिहंद का जलस्तर 867.4 फीट था। हालांकि लगातार जलविद्युत इकाइयों के चलने के कारण भी जलस्तर अधिकतम सीमा तक नहीं पहुंच पाया। पिछले वर्ष अधिकतम जलस्तर 863.8 फीट पहुंचा था।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 04:15 PM (IST) Updated:Wed, 21 Oct 2020 04:15 PM (IST)
रिहंद बांध के जलस्तर में कमी होना जारी, कम वृद्धि के लिए मानसून की बेरुखी वजह
सोनभद्र में रिहंद जलाशय का जलस्तर घटना शुरू हो गया है।

सोनभद्र, जेएनएन। मानसून सत्र खत्म होने के साथ रिहंद जलाशय का जलस्तर घटना शुरू हो गया है। बीते मानसून सत्र के दौरान रिहंद का जलस्तर अधिकतम सीमा तक नहीं पहुंच पाया। मानसून सत्र के दौरान बीते 29 सितंबर को इस वर्ष रिहंद का जलस्तर अधिकतम 867.7 फीट तक पहुंचा। हालांकि मानसून स्तर खत्म होने के बाद बीते 11 अक्टूबर को रिहंद का जलस्तर चालू वित्त वर्ष में अधिकतम 867.9 फीट तक पहुंचा। उसके बाद से जलस्तर घटना शुरू हो गया है।

बुधवार को रिहंद का जलस्तर 867.4 फीट था। हालांकि लगातार जलविद्युत इकाइयों के चलने के कारण भी जलस्तर अधिकतम सीमा तक नहीं पहुंच पाया। पिछले वर्ष अधिकतम जलस्तर 863.8 फीट पहुंचा था। पिछले ज्यादातर वर्षों में रिहंद के जलस्तर में वृद्धि जुलाई से सितंबर माह में होती रही है, लेकिन इस वर्ष भौगोलिक रूप से छोटा नागपुर क्षेत्र में हुई बारिश के कारण 30 जून तक रिकार्ड 8.8 फीट की वृद्धि दर्ज की गई है। बीते 17 जून को रिहंद का वार्षिक न्यूनतम जलस्तर 838.10 फीट था। 17 जून तक लग रहा था कि जलस्तर में और कमी आएगी, लेकिन 17 जून को ही मध्यप्रदेश के सीमावर्ती ङ्क्षसगरौली के साथ छत्तीसगढ़ के सरगुजा इलाके में शुरू हुयी बारिश के कारण रिहंद के जलस्तर में वृद्धि शुरू हो गई। इसके बाद मानसून की बेरुखी के कारण जुलाई में मात्र 4.7 फीट, अगस्त में सबसे ज्यादा 11.7 फीट तथा सितंबर में मात्र 4.3 $फीट की वृद्धि हुई। अक्टूबर में मात्र 0.8 फीट की वृद्धि हुई है।

रिकार्ड बिजली का जलविद्युत उत्पादन

बीते मानसून सत्र के दौरान रिकार्ड जलविद्युत उत्पादन हुआ है। बीते सितंबर में औसतन प्रतिदिन 6.5 मिलियन यूनिट जलविद्युत उत्पादन हुआ है। जो वर्ष 2016 के बाद सबसे ज्यादा है। बीते अगस्त में औसतन प्रतिदिन 6.2 मिलियन यूनिट उत्पादन हुआ है जो पिछले पांच वर्ष में सबसे ज्यादा है। बीते जुलाई में भी बीते पांच वर्ष के दौरान सबसे ज्यादा औसतन प्रतिदिन 5.7 मिलियन यूनिट उत्पादन हुआ। बीते जून माह में औसतन प्रतिदिन 5.2 मिलियन यूनिट प्रतिदिन उत्पादन हुआ जो पिछले पांच वर्षों में जून माह में सबसे ज्यादा है। चालू अक्टूबर माह में भी 20 अक्टूबर तक औसतन प्रतिदिन 5.9 मिलियन यूनिट जलविद्युत उत्पादन हुआ है। जो पिछले वर्ष 3.5 मिलियन यूनिट से काफी ज्यादा है।     

रिहंद का पिछले पांच वर्षों का न्यूनतम और अधिकतम जलस्तर

                     - न्यूनतम    -       अधिकतम     

2016-17  -  838.2 फीट      872.6 फीट

2017-18 -  842.8 फीट       866.2 फीट

2018-19 -  836.0 फीट       867.6 फीट

2019-20 -  836.9  फीट       863.8 फीट

2020-21 - 838.10 फीट       867.9 फीट

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