यूपी चुनाव 2022 : भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों को देखते हुए हर सीट पर अनिश्चितता का माहौल

UP Vidhan Sabha Chunav 2022 भाजपा की नीतियों व सिद्धांतों को देखते हुए कोई भी सीट पर किसी की भी दावेदारी सुनिश्चित नहीं मानी जा रही है। वर्तमान में दावेदारों से लेकर भाजपा संगठन के अंदर बेताबी चरम पर पहुंच गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 29 Jan 2022 09:05 AM (IST) Updated:Sat, 29 Jan 2022 09:05 AM (IST)
यूपी चुनाव 2022 : भाजपा की नीतियों और सिद्धांतों को देखते हुए हर सीट पर अनिश्चितता का माहौल
UP Vidhan Sabha Chunav 2022 : हर सीट पर दावेदारी बदलने के आसार समझ में आ रहे हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी : भाजपा ने पूर्वांचल के जिलों की विधानसभा सीटों पर टिकट की झोली खोल दी है। गाजीपुर, आजमगढ़ समेत अन्य जिलों के कई सीटों पर नाम घोषित हो गए हैं। सूची जारी होने के साथ ही बनारस (वाराणसी) भाजपा में बेताबी बढ़ सी गई है। वजह भी है। भाजपा की नीतियों व सिद्धांतों को देखते हुए कोई भी सीट पर किसी की भी दावेदारी सुनिश्चित नहीं मानी जा रही है। हर सीट पर दावेदारी बदलने के आसार समझ में आ रहे हैं। वहीं, अपना दल एस से भाजपा का गठबंधन के कारण सीटों के बंटवारे का समीकरण हर पल बन और बिगड़ रहा है।

वाराणसी जिले में कुल विधानसभा की कुल आठ सीटें हैं। इसमें वाराणसी संसदीय क्षेत्र की पांच सीटें हैं जिसमें शहर की तीन सीटें शहर उत्तरी, शहर दक्षिणी व कैंट विस क्षेत्र है तो वहीं, ग्रामीण क्षेत्र में रोहनिया, सेवापुरी विस क्षेत्र है। इसके अलावा पिंडरा विस क्षेत्र जौनपुर की संसदीय सीट मछली शहर के अंतर्गत आता है। ऐसे ही अजगरा व शिवपुर विस क्षेत्र चंदौली संसदीय सीट में है। वर्ष 2017 के चुनाव में सहयोगी अपना दल एस के पास सेवापुरी विस क्षेत्र था तो सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी को भाजपा ने अजगरा विस क्षेत्र दिया था। चुनाव परिणाम आए तो जिले की आठ सीटों में छह सीटों पर भाजपा ने विजय हासिल की और दोनों अन्य सीटों पर भाजपा के सहयोगी दल जीते। यूं समझें कि सभी सीटें भाजपा की झोली में गईं। हालांकि, सरकार बनने के बाद सुभासपा अलग हो गई। इस बार भाजपा के सहयोगी दल के तौर पर अपना दल एस ही है। ऐसे में अजगरा सीट पर भाजपा उम्मीदवार उतारने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है। सपा के साथ गठबंधन करने वाली सुभासपा ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अजगरा के साथ ही शिवपुर विस क्षेत्र से भी चुनाव मैदान में उतरेगी।

सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने यह भी एलान कर दिया है कि वे भाजपा के कैबिनेट मंत्री रहे अनिल राजभर के खिलाफ शिवपुर विस क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे। वहीं, भाजपा के अंदरखाने से यह जानकारी भी निकल रही है कि इस बार सेवापुरी विस क्षेत्र से भाजपा लड़ेगी। इसके बदले पिंडरा विस क्षेत्र अपना दल एस की झोली में जाएगा। इन चर्चाओं के बीच भाजपा में दावेदारों की लंबी सूची बन गई है। शहर की तीनों सीट के साथ ही गांव की पांच सीटों पर भी एक-दो नहीं, बल्कि 25 से 50 दावेदार ताल ठोंक रहे हैं। भाजपा के अंदरखाने में यह भी बात हो रही है कि बनारस की सभी सीटों पर दावेदारी का निर्णय पीएमओ से होगा। फिलहाल, भविष्य में टिकटों की घोषणा में जिसका भी नाम उजागर हो, लेकिन वर्तमान में दावेदारों से लेकर भाजपा संगठन के अंदर बेताबी चरम पर पहुंच गई है।

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