स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 : वाराणसी में कचरा घर होंगे बंद, कंटेनर और डस्टबिन रहेंगे भूमिगत

Swachchhta Survey 2022 घर-घर कूड़ा उठान के बाद सीधे प्रोसेसिंग प्लांट में कचरा भेज दिया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष में यह इंतजाम नगर निगम को कर लेना है। ऐसा नहीं होने पर केंद्रांश व राज्यांश के अनुदान से संबंधित नगर निकाय वंचित रह जाएगा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 21 Jan 2022 02:56 PM (IST) Updated:Fri, 21 Jan 2022 02:56 PM (IST)
स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 : वाराणसी में कचरा घर होंगे बंद, कंटेनर और डस्टबिन रहेंगे भूमिगत
वर्तमान समय में नगर निगम सीमा में करीब 43 कूड़ा घर हैं।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के मानकों के तहत नगर आयुक्त प्रणय सिंह ने कुछ गाइड लाइन तय किये हैं। शुक्रवार को सुबह कैप कार्यालय में नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एनपी सिंह के साथ बैठक कर उस फाइल को ठंडे बस्ते से निकाल कर क्रियान्वयन में लाने के लिए कहा है जिसमें कचरा घर बंद करने का प्रोजेक्ट बना है। इसके तहर शहर में कूड़ा घर नहीं दिखाई देंगे। इसे बंद कर दिया जाएगा। वहीं, रास्ते में जो कूड़ा कंटेनर व डस्टबिन रखे गए हैं उन्हें भी अंडरग्राउंड कर दिया जाएगा।

ऐसा प्लान तैयार हो रहा है कि नगर में कचरा दिखाई नहीं देगा। घर-घर कूड़ा उठान के बाद सीधे प्रोसेसिंग प्लांट में कचरा भेज दिया जाएगा। इस वित्तीय वर्ष में यह इंतजाम नगर निगम को कर लेना है। ऐसा नहीं होने पर केंद्रांश व राज्यांश के अनुदान से संबंधित नगर निकाय वंचित रह जाएगा। वर्तमान में नगर निगम सीमा में करीब 43 कूड़ा घर हैं। इसके अलावा खाली प्लाटों में भी कूड़ा फेंका जाता है। योजना के तहत पूरे शहर में घर-घर कूड़ा उठान होगा तो कहीं भी फेंका नजर नहीं आएगा। यदि कोई ऐसा करेगा तो जुर्माने की कार्रवाई की जाएगी।

रोज आते हैं डेढ़ लाख बाहरी : अन्य शहरों के अपेक्षा वाराणसी में रोजना करीब डेढ़ लाख लोग अन्य जिले, प्रदेश व विदेश से आते हैं। देव दीपावली, दुर्गा पूजा, गंगा स्नान, महाशिवरात्रि पर्व आदि होने पर यह संख्या एक करोड़ के पास पहुंच जाती है। ऐसे में बाहर से आने वाले सैलानियों की संख्या के कारण स्वच्छता मिशन बड़ी चुनौती बन जाती है। एक दर्जन से अधिक परियोजनाओं का निर्माण, मुकम्मल सीवर लाइनें आदि न होना गंदगी से जंग में बड़ी बाधा है।


ठोस कचरा का स्मार्ट प्रबंधन : नगर में ठोस कचरा का स्मार्ट प्रबंधन हो रहा है। स्मार्ट सिटी योजना से जुड़े कंट्रोल एंड कमांड सेंटर से कचरा घरों को जोड़ दिया गया है। सड़क किनारे रखे बड़े कंटनेर, सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालय सभी सेंटर से जुड़े हैं। नियमित उठान को लेकर नियमित रिपोर्ट बन रही है। नगर निगम मुख्यालय में स्वच्छता वार रूम भी बिना है जहां से प्रबंधन की मुकम्मल निगरानी हो रही है।

ठोस कचरा व प्रबंधन के इंतजाम

-600 मीट्रिक टन कचरा प्रतिदिन

-29 स्थाई व 14 अस्थाई कचरा घर

-90 डंपर कचरा रोजाना उठान

-30 डंपर कचरा रोजाना बैकलाग

-1000 मीट्रिक टन कचरा प्रसंस्करण प्लांट करसड़ा

-50 मीट्रिक टन कचरा प्रसंस्करण प्लांट भवनिया पोखरी

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