नमक-रोटी मामले में जांच करने स्कूल पहुंचे पुलिस अधिकारी, रसोइया व निलंबित शिक्षक का लिया बयान

अहरौरा थाना क्षेत्र के चर्चित शिउर प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण मंगलवार को दोपहर में करीब ढाई बजे एडिशनल एसपी और नक्सल सीओ ने किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 03 Sep 2019 07:53 PM (IST) Updated:Tue, 03 Sep 2019 07:53 PM (IST)
नमक-रोटी मामले में जांच करने स्कूल पहुंचे पुलिस अधिकारी, रसोइया व निलंबित शिक्षक का लिया बयान
नमक-रोटी मामले में जांच करने स्कूल पहुंचे पुलिस अधिकारी, रसोइया व निलंबित शिक्षक का लिया बयान

मीरजापुर, जेएनएन। अहरौरा थाना क्षेत्र के चर्चित शिउर प्राथमिक विद्यालय का निरीक्षण मंगलवार को दोपहर में करीब ढाई बजे एडिशनल एसपी और नक्सल सीओ ने किया। निरीक्षण के दौरान पुलिस अधिकारियों ने गांव वालों के साथ विद्यालय के निलंबित शिक्षक और एक रसोइया का बयान भी दर्ज किया। इस बीच क्षेत्रीय पत्रकारों के वहां पहुंचते ही अधिकारी जांच को बीच में ही छोड़ कर चले गए।

शिउर गांव में रोटी-नमक प्रकरण आए दिन नया मोड़ ले रहा है। मंगलवार को एडिशनल एसपी अजय सिंह, सीओ रमाकांत शिउर स्थित प्राथमिक विद्यालय पर पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने रसोइया रुकमनी देवी का बयान लिया। विद्यालय में एमडीएम की वास्तविक स्थिति का अधिकारियों ने बयान लिया। इसके बाद फोन कर अधिकारियों ने निलंबित शिक्षक मुरारी सिंह को बुलाकर बयान लिया। इसके बाद अधिकारियों ने हिनौता ग्रामसभा के वार्ड नंबर 13 के सदस्य अशोक को बयान लेने के लिए बुलाया। जब अशोक विद्यालय पहुंचे तो उनके पहुंचते ही कई पत्रकार भी वहां पहुंच गए। पत्रकारों के विद्यालय पहुंचते ही जांच टीम मौके से जांच को बीच में ही छोड़कर चली गई। इस दौरान दुकानदार मुन्ना लाल ने बताया कि सहायक अध्यापक मुरारी ङ्क्षसह द्वारा बताया गया कि लगभग सात माह पूर्व उसने विद्यालय से थोड़ी दूर पर परचून व सब्जी की एक छोटी सी दुकान खोल रखा है। 20 अगस्त को मुरारी ने पांच सौ रुपये जमाकर विद्यालय का सामान लिया था जिसमें से लगभग तीन सौ रुपये एडवांस में जमा था। सामान लेने के लिए उसके बाद कोई दुकान पर नहीं आया था। वहीं रसोइया ने बताया कि उसे जब मुरारी ङ्क्षसह एमडीएम का समान लाकर देते थे तभी वह खाना बनाती थी। शिक्षक मुरारी ङ्क्षसह से बिना पूछे जब वह सामान लेने जाती थी तो उसे डांट पड़ती थी।

बच्चों को खिलाया गया नमक-रोटी और बना लिया वीडियो : डीएम

जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने मंगलवार को प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई पर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में शासन स्तर पर कार्रवाई के बाद यह फीडबैक मिला कि बच्चों को नमक-रोटी तो खिलाया गया, लेकिन वीडियो शूट किया गया और वायरल हुआ। इसकी भी जांच जिले के उच्चाधिकारियों ने की तो वीडियो साजिश के तहत बनाने की बात सामने आई जिसके आधार पर प्रधान प्रतिनिधि व स्थानीय पत्रकार पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।

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