बीएचयू : हीमोफीलिया मरीजों के लिए अब विशेष क्लीनिक, हर शनिवार मिलेगी सुविधा

वाराणसी के सरसुंदरलाल चिकित्सालय बीएचयू द्वारा अस्पताल में विशेष क्लीनिक बनाकर पूर्वाचल व बिहार के हीमोफीलिया मरीजों को बड़ी राहत दी जा रही है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 22 Dec 2018 08:06 AM (IST) Updated:Sat, 22 Dec 2018 03:17 PM (IST)
बीएचयू : हीमोफीलिया मरीजों के लिए अब विशेष क्लीनिक, हर शनिवार मिलेगी सुविधा
बीएचयू : हीमोफीलिया मरीजों के लिए अब विशेष क्लीनिक, हर शनिवार मिलेगी सुविधा

वाराणसी, जेएनएन। पूर्वाचल व बिहार के हीमोफीलिया मरीजों को राहत देते हुए बीएचयू अस्पताल ने बड़ी पहल की है। सर सुंदरलाल हॉस्पिटल में अब हर शनिवार सुबह 11 से दोपहर 3 बजे तक हीमाफीलिया एंड हीमोग्लोबिनोपैथी क्लीनिक भी चलेगी। इसके लिए अस्पताल प्रशासन अधिसूचना भी जारी कर चुका है।

अस्पताल की तीसरी मंजिल पर हाल ही में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस हीमोग्लोबिनोपैथी एंड हीमोफीलिया यूनिट खोली गई थी। एनएचएम (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) की ओर से स्थापित इस यूनिट में मरीजों का निश्शुल्क उपचार होता है। अस्पताल प्रशासन ने अब एक कदम और बढ़ाते हुए काउंसिलिंग व परामर्श के लिए क्लीनिक भी खोल दिया है। हालांकि यूनिट के नोडल आफीसर प्रो. मधुकर राय के मुताबिक ट्रायल के तौर पर क्लीनिक का संचालन 15 दिसंबर को किया जा चुका है।

आजीवन रहती है बीमारी : पूर्वाचल में अनुवांशिकी बीमारी हीमोफीलिया बढ़ती ही जा रही है, जो जीन में गड़बड़ी के कारण बच्चों को गर्भ में ही घेर लेती है। इसमें किन्हीं कारणों से चोट लगने या कट जाने पर रक्तस्राव नहीं रूकता है। खून का बहाव रोकने के लिए मरीजों को फैक्टर का इंजेक्शन देना पड़ता है। कई बार अंदरूनी रक्तस्राव होने लगता है, जो पता ही नहीं चलता है। स्थिति गंभीर होने के बाद ही मरीज को इसकी जानकारी होती है। ऐसे में अगर समय रहते फैक्टर इंजेक्शन नहीं दिया जाए तो मरीज की स्थिति को नियंत्रित करना मुश्किल हो जाता है। कुल मिलाकर सर सुंदरलाल अस्पताल में हीमोफीलिया मरीजों के लिए विशेष क्लीनिक उनके लिए बड़ी राहत साबित होगी। इस क्लीनिक में मरीजों को उचित इलाज के साथ हर सुविधा मिलेगी।

chat bot
आपका साथी