शिवगंगा ने पकड़ी 130 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार, चंद घंटों में तय की वाराणसी- नई दिल्ली की दूरी

नई दिल्ली जाने वाली शिवगंगा स्पेशल ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली है। यह ट्रेन उत्तर मध्य रेलवे सेक्शन में 130 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से दौड़ रही है। रेलवे प्रशासन की भावी योजनाओं में शामिल वाराणसी से नई दिल्ली के बीच सफर की दूरी कम करने का लक्ष्य है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 11:58 AM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 11:58 AM (IST)
शिवगंगा ने पकड़ी 130 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार, चंद घंटों में तय की वाराणसी- नई दिल्ली की दूरी
नई दिल्ली जाने वाली शिवगंगा स्पेशल ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली है।

वाराणसी, जेएनएन। मंडुआडीह स्टेशन से चलकर नई दिल्ली जाने वाली शिवगंगा स्पेशल ट्रेन ने अब रफ्तार पकड़ ली है। यह ट्रेन उत्तर मध्य रेलवे सेक्शन में 130 किमी प्रति घन्टे की रफ्तार से दौड़ रही है। रेलवे प्रशासन की भावी योजनाओं में शामिल वाराणसी से नई दिल्ली के बीच सफर की दूरी कम करने का लक्ष्य है। यह कीर्तिमान फिलहाल देश की पहली सेमी हाईस्पीड वंदे भारत सेमी और गतिमान एक्सप्रेस के नाम दर्ज है।

दरअसल, उत्तर मध्य रेलवे ने अपने सेक्शन से गुजरने वाली नौ जोड़ी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों की गति बढ़ाई है। जिनमें शामिल गाड़ी संख्या- 02559/60 शिवगंगा एक्सप्रेस, 02419/20 लखनऊ- नई दिल्ली, 09038/37 बांद्रा- गोरखपुर, 09040/39 बांद्रा- मुजफ्फरपुर, 02565/66 डिब्रूगढ़- नई दिल्ली, 02555/56 गोरखपुर- हिसार, 02553/54 सहरसा- नई दिल्ली और 02427/28 रीवा- नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन की रफ्तार तेज हो गई है। 

एनसीआर में सुपरफास्ट रेलवे ट्रैक 

अपनी उत्कृष्ट गतिशीलता के लिए पहचानी जाने वाली उत्तर मध्य रेलवे को 130 किमी प्रति घंटे या इससे अधिक की गति से 100 से अधिक ट्रेनें चलाने का गौरव प्राप्त है। इनमें भारत की सबसे तेज ट्रेन गातिमान एक्सप्रेस और भारतीय रेल की सर्वाधिक औसत गति वाली वंदे भारत एक्सप्रेस वाली ट्रेन भी शामिल हैं। इसी क्रम में एक और महत्वपूर्ण मील का पत्थर हासिल करते हुए उत्तर मध्य रेलवे 09 अतिरिक्त जोड़ी ट्रेनों की गति बढ़ा रहा है और ये ट्रेनें उत्तर मध्य रेलवे पर 130 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी। इन 09 जोड़ी ट्रेनों में उत्तर मध्य रेलवे के प्राथमिक अनुरक्षण वाली 02417/18 प्रयागराज-नई दिल्ली स्पेशल ट्रेन सहित उत्तर मध्य रेलवे में पूर्ण या आंशिक यात्रा के दौरान 130 किलोमीटर प्रतिघंटा पर चलने वाली 08 जोड़ी महत्वपूर्ण पासिंग ट्रेनें हैं। यह उपलब्धि  उत्तर मध्य रेलवे द्वारा ट्रैक, रोलिंग स्टॉक, सिग्नलिंग और इलेक्ट्रिकल एसेट के उत्तम रखरखाव एवं परिचालनिक अनुशासन के कारण संभव हुई है।

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