वाराणसी में वॉकी-टाकी से लैस हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सुरक्षाकर्मी, सुगमता से कर सकेंगे संदेश का अदान-प्रदान

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौबंद कर दी है। प्रथम चरण में छह सुरक्षाकर्मियों को वॉकी-टाकी दी गई है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 10:47 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 10:48 AM (IST)
वाराणसी में वॉकी-टाकी से लैस हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सुरक्षाकर्मी, सुगमता से कर सकेंगे संदेश का अदान-प्रदान
वाराणसी में वॉकी-टाकी से लैस हुए महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सुरक्षाकर्मी, सुगमता से कर सकेंगे संदेश का अदान-प्रदान

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था और चाक चौबंद कर दी है। इसके तहत सुरक्षाकर्मियों को वॉकी-टाकी से लैस किया जा रहा है। प्रथम चरण में छह सुरक्षाकर्मियों को वॉकी-टाकी दी गई है। ताकि आवश्यकता पडऩे पर सुरक्षाकर्मी एक दूसरे तक सुगमता से संदेश अदान-प्रदान कर सके। कुलानुशासक प्रो. संतोष कुमार ने बताया कि जल्द ही कुलानुशासक मंडल के सभी सदस्यों को भी वॉकी-टाकी मुहैया कराई जाएगी।

मानदेय के लिए जनप्रतिनिधियों को सौंपा पत्रक 

यूपी बोर्ड से संचालित वित्तविहीन विद्यालयों को पिछले तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है। स्कूल बंद होने के कारण प्रबंधन शिक्षकों को वेतन नहीं दे रहे हैं। ऐसे में वित्तविहीन बेसिक से लगायत माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों की स्थिति काफी दयनीय हो गई है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ (चेतनारायण गुट) के प्रतिनिधि मंडल से शुक्रवार को मुख्यमंत्री को संबोधित जनप्रतिनिधियों को एक ज्ञापन सौंपा।

वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को 5000 प्रतिमाह की दर से मानदेय देने की मांग

राज्यमंत्री रविंद्र जायसवाल, रोहनिया विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, कैंट विधायक सौरभ श्रीवास्तव, पिंण्डरा विद्यालय डा. अवधोश सिंह के प्रतिनिधि पवन सिंह को पत्रक सौंपा। इसमें वित्तविहीन विद्यालयों के शिक्षकों को 5000 प्रतिमाह की दर से मानदेय देने की मांग की गई है। ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्यरूप से वीरेंद्र प्रताप सिंह, अशोक श्रीवास्तव, रघुवंश राय, कमलेश सिंह, दिनेश सिंह, विजय मिश्र सहित अन्य लोग शामिल थे।

पूविवि कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी कार्य किया ठप

वीर बहादुर ङ्क्षसह पूर्वांचल विश्वविद्यालय शिक्षणेत्तर कर्मचारी संघ ने शुक्रवार को दूसरे दिन भी कार्य ठप रखा। इस दौरान कुलपति व वित्त अधिकारी कार्यालय नहीं पहुंचे, वे घर से ही काम निबटाते रहे। वहीं रजिस्ट्रार कार्यालय में मौजूद रहे लेकिन कोई कार्य नहीं कर सके। कर्मियों ने कहा कि छह सूत्रीय मांगों के समझौते पर सुनवाई न होने पर अब संघ 12 मांगों को लेकर आंदोलन करेगा। वह किसी भी तरह का प्रशासनिक कार्य नहीं होने देंगे। कर्मचारी संघ अध्यक्ष रामजी ङ्क्षसह ने कहा कि पांच माह पहले विश्वविद्यालय प्रशासन ने छह ङ्क्षबदु के मांगपत्र पर सहमति जताई थी। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक भी मांग पर कोई अमल नहीं किया गया। सिर्फ आश्वासन ही मिलता रहा। कुछ दिन पहले कुलपति प्रो.राजाराम यादव ने कर्मचारी संघ की मांग को मानने से इनकार कर दिया। इससे कर्मचारी नाराज चल रहे थे और कुलपति का दफ्तर में बैठना कम हो रहा था। कर्मचारी संघ के महामंत्री डा.स्वतंत्र कुमार का कहना है कि सभी काम हो रहे हैं सिर्फ कर्मचारियों के हित का कोई भी काम नहीं हो रहा है। इसलिए प्रशासनिक भवन का कामकाज भी नहीं होने दिया जाएगा।

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