थाने की पहरेदारी आधी आबादी के जिम्मे, भेलूपुर थाने पर संतरी पोस्ट पर महिला कांस्टेबल तैनात

यह कोई भले ही नई व्यवस्था न हो लेकिन इतना जरूर है कि देश की आधी आबादी पर पूरे थाने की पहरेदारी महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक सकारात्मक पहलू है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 31 Aug 2019 07:37 PM (IST) Updated:Sun, 01 Sep 2019 07:55 AM (IST)
थाने की पहरेदारी आधी आबादी के जिम्मे, भेलूपुर थाने पर संतरी पोस्ट पर महिला कांस्टेबल तैनात
थाने की पहरेदारी आधी आबादी के जिम्मे, भेलूपुर थाने पर संतरी पोस्ट पर महिला कांस्टेबल तैनात
v style="text-align: justify;">वाराणसी, जेएनएन। यह कोई भले ही नई व्यवस्था न हो लेकिन इतना जरूर है कि देश की आधी आबादी पर पूरे थाने की पहरेदारी महिला सशक्तीकरण की दिशा में एक सकारात्मक पहलू है। भेलूपुर थाने पर महिला कांस्टेबल की संतरी पोस्ट पर तैनाती इस दिशा में एक सार्थक पहल है। हालांकि जिले के कई थानों पर इस तरह की व्यवस्था है कि थाने का पहरा महिला कांस्टेबल के जिम्मे होता है जो आने- जाने वालों के लिए आकर्षण का केंद्र होता है। भेलूपुर थाने पर शनिवार को महिला कांस्टेबल संगीता की दिन में इस रूप में तैनाती इसकी एक सकारात्मक कड़ी है।
पुलिस विभाग में महिला - पुरुष के नाम पर कोई विभेद नहीं है। महिलाएं कांस्टेबल से लेकर जिले के कप्तान तक का पद सुशोभित करती हैं जो गौरव की बात है। जिले के विभिन्न थानों में थाना संतरी के रूप इनकी तैनाती होती है। सीओ भेलूपुर अनिल कुमार के अनुसार पहरे पर महिला कांस्टेबलों की तैनानी की जाती है। पुलिस विभाग में कांस्टेबल या कोई भी पद महिला-पुरुष संवर्ग में नहीं बंटता। किसी की भो ड्यूटी लगाई जा सकती है।
वैसे मंडुआडीह, लोहता, जंसा थाने में भी महिला कांस्टेबल पहरा (संतरी) पर यदा-कदा लगाए जाते हैं। थाना प्रभारी राजीव रंजन उपाध्याय के अनुसार हम महिला सशक्तीकरण पर विश्वास करते हैं। महिलाओं में अदम्य साहस व उत्साह सर्वत्र देखा जा रहा है। ऐसे में थाने की सुरक्षा का भार महिलाओं को देना लाजमी और सकारात्मक है। इसी कड़ी में वाराणसी जिले के थानों में पहरा के तौर पर महिला पुलिस कर्मियों की तैनाती भी अब की जाने लगी है। 
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