मऊ में प्रवासी श्रमिकों के सर्वे के कार्यों पर एसडीएम व लेखपाल संगठन आमने-सामने, दो निंलबित

मऊ में प्रवासी श्रमिकों के सर्वे के कार्यों पर एसडीएम व लेखपाल संगठन आमने-सामने दो निंलबित किया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 02:41 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 05:18 PM (IST)
मऊ में प्रवासी श्रमिकों के सर्वे के कार्यों पर एसडीएम व लेखपाल संगठन आमने-सामने, दो निंलबित
मऊ में प्रवासी श्रमिकों के सर्वे के कार्यों पर एसडीएम व लेखपाल संगठन आमने-सामने, दो निंलबित

मऊ, जेएनएन। एसडीएम मुहम्मदाबाद गोहना व लेखपाल संगठन आमने-सामने आ गए हैं। हालात यह है कि दो दिनों से लेखपाल एसडीएम कार्यालय व आवास पर कर्मचारियों से बदसलूकी व अभद्रता जहां कर रहे हैं वहीं सरकारी कार्य में बाधा भी डाल रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम ने मंगलवार को दो लेखपालों को निलंबित कर दिया है। चेतावनी दी है कि अगर सरकार की मंशा के अनुरुप कार्य नहीं करते हैं तो सभी के विरुद्ध कार्रवाई कर उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया जाएगा।

जिन लेखपालों को निलंबित किया गया है, उसमें शैलेंद्र लाल श्रीवास्तव और संजीव कुमार पांडेय शामिल है। एसडीएम डा. सीएल सोनकर का कहना है कि तहसील में भारी संख्या में प्रवासी श्रमिक आए हुए हैं। उनको शासन की तरफ से विभिन्न योजनाओं से आच्छादित करना है। सभी प्रवासी श्रमिकों को सर्वे करने की जिम्मेदाारी लेखपालों को सौंपी गई है। आरोप है कि लेखपाल संगठन को लेकर कार्य नहीं कर रहे हैं। यही नहीं उनके आवास पर आकर जबरदस्ती प्रदर्शन कर रहे हैं और कर्मचारियों के साथ बदसलूकी कर रहे हैं। कई बार चेतावनी भी दी जा चुकी है। फिर भी इनमें सुधार नहीं आ रहा है। पिछले दो दिन से सरकारी कार्य में बाधा डालकर मनमानी कर रहे हैं। सोमवार की शाम को उनके आवास व कार्यालय पर आकर मेरे साथ अभद्रता की तथा ड्यूटी न करने की चेतावनी दी। इसे गंभीरता से लेते हुए दोषी दो लेखपालों के विरुद्ध कार्रवाई कर दी गई है। अगर शेष लेखपाल भी कार्य नहीं करते हैं तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।

संविदा कर्मियों ने काली पट्टी बांध किया विरोध

चिरैयाकोट नगर के विद्युत हाइडिल पर बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में बिजली संविदा कर्मियों ने बांह पर काली पट्टी बांध अपना विरोध दर्ज कराया। बिजली कर्मियों का कहना है कि निजीकरण से बिजली कर्मचारियों का नुकसान तो होगा ही, इससे किसान और आम उपभोक्ताओं के हित में नहीं है। इस दौरान हृदय चौहान, अभय कुमार, रामङ्क्षसह, मुन्ना खान, केशव यादव आदि मौजूद थे।

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