सारनाथ में तिब्बती शैली के विश्व शांति स्तूप की प्राण प्रतिष्ठा पूजा शुरू, दक्षिण भारत के बौद्ध मठ से आए भिक्षुओं ने किया अनुष्‍ठान

सारनाथ स्थित महबोधि इंटर कालेज परिसर में बने तिब्बती शैली में 50 फिट ऊंचा विश्व शांति स्तूप का रविवार से तिब्बती परम्परानुसार तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा पूजा बौद्ध भिक्षुओं द्वारा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 17 Nov 2019 07:34 PM (IST) Updated:Sun, 17 Nov 2019 10:19 PM (IST)
सारनाथ में तिब्बती शैली के विश्व शांति स्तूप की प्राण प्रतिष्ठा पूजा शुरू, दक्षिण भारत के बौद्ध मठ से आए भिक्षुओं ने किया अनुष्‍ठान
सारनाथ में तिब्बती शैली के विश्व शांति स्तूप की प्राण प्रतिष्ठा पूजा शुरू, दक्षिण भारत के बौद्ध मठ से आए भिक्षुओं ने किया अनुष्‍ठान

वाराणसी, जेएनएन। सारनाथ स्थित महबोधि इंटर कालेज परिसर में बने तिब्बती शैली में 50 फिट ऊंचा विश्व शांति स्तूप का रविवार से तिब्बती परम्परानुसार तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा पूजा बौद्ध भिक्षुओं द्वारा शुरू हुआ। विश्व शांति स्तूप के समक्ष दक्षिण भारत में बौद्ध मठ के दर्जनों बौद्ध भिक्षु तिब्बती वाद्य यंत्र बजा कर प्राण प्रतिष्ठा पूजा रविवार को सुबह 8 बजे शुरू की जो तीन दिन तक चलेगा। इसके बाद 19 नवम्बर को स्तूप का उद्घाटन होगा। मैसूर की पामेला कृष्ण नाथन ने बताया कि शिक्षा के साथ बच्चे अध्यात्म से जुड़कर पवित्र विचार से अपने भविष्य को संवारे। वहीं पहुंचुक दोरजे ने बताया कि स्तूप चुनार के बलुआ पत्थर से लगभग 50 फीट ऊंचा बना है। इसमें सबसे नीचे हाथी, घोड़ा, फूल, पत्ती, की नक्काशी बनाई गई है। इसके ऊपरी हिस्से में सिंह, चक्र की आकृति संग धर्म चक्र मुद्रा में भगवान बुद्ध की प्रतिमा है। तिब्बती शैली में बने पीतल पर स्वर्ण पालिश युक्त मुकुट लगा है । धार्मिक आयोजन के इस दौरान भिक्षु डाकपा, भिक्षु ग्यालसेन, देव नारायण,सहित बौद्ध भिक्षु शामिल थे ।

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