वाराणसी से आज पीएम मोदी करेंगे भाजपा के पूर्वांचल मिशन 2019 का आगाज

महामना की बगिया के नाम से विख्यात बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के एम्फी थियेटर मैदान में पीएम मोदी जनसभा को संबोधित करेंगे। माना जाता है देश की सत्ता का रास्ता प्रदेश से होकर जाता है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 11:17 AM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 11:17 AM (IST)
वाराणसी से आज पीएम मोदी करेंगे भाजपा के पूर्वांचल मिशन 2019 का आगाज
वाराणसी से आज पीएम मोदी करेंगे भाजपा के पूर्वांचल मिशन 2019 का आगाज

वाराणसी (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल वाराणसी में बच्चों के बीच अपना 68वां जन्मदिन मनाया। आज वह वाराणसी को बड़ा रिटर्न गिफ्ट देने के साथ ही पूर्वांचल के मिशन 2019 का आगाज भी करेंगे। वाराणसी में आज पीएम मोदी की जनसभा में 50 से 60 हजार लोगों के जुटने की संभावना है। पीएम मोदी सभा स्थल से ही कई परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण भी करेंगे।

वाराणसी दौरे के पहले दिन कल दौरे के पहले दिन पीएम नरेंद्र मोदी ने बच्चों के साथ आशा बहू, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिकाओं से भी भेंट की थी। यह पहला मौका था जब आशा बहुओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं प्रधानमंत्री से मिलीं। पीएम मोदी ने उन्हें मां यशोदा कहकर संबोधित किया। खुद को कन्हैया की मां कहकर संबोधित करने पर वहां पर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं और सहायिकाएं ख़ुशी से झूम उठीं।

महामना की बगिया के नाम से विख्यात बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के एम्फी थियेटर मैदान में पीएम नरेंद्र मोदी जनसभा को संबोधित करेंगे। यह माना जाता है कि देश की सत्ता का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है। उत्तर प्रदेश में बड़ी जीत दर्ज करने की खातिर पूर्वांचल को भी जीतना जरूरी है। इसी फॉर्मूले से भाजपा 2014 के लोकसभा व 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक सीटें हासिल कर सत्ता पर काबिज हो गई। पीएम मोदी के नेतृत्व में एक बार फिर भाजपा ने 2019 की जंग फतह करने को मिशन पूर्वांचल पर अपनी निगाहें जमा दी है।

पीएम मोदी ने 2014 के लोकसभा चुनाव में अप्रत्याशित रूप से वाराणसी से उतरकर विपक्ष का सफाया कर दिया था। उनसे वाराणसी से लोकसभा का चुनाव लडऩे का असर बिहार तक के चुनावी नतीजों पर पड़ा था। उस समय आजमगढ़ पूर्वांचल की इकलौती सीट थी, जहां भाजपा नहीं जीत सकी थी। इसके अलावा पूर्वांचल की सभी लोकसभा सीटें भाजपा के खाते में गई थीं। आजमगढ़ को इस बार मुलायम सिंह यादव ने छोडऩे का मन बनाया है। इसको देखकर आजमगढ़ में ही उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की नींव रखी गई थी। इस एक्सप्रेस वे से ही भाजपा ने गोरखपुर व इलाहाबाद के साथ बुंदेलखंड पर भी अपनी पकड़ की राह खोल दी है। भाजपा इस बार पश्चिमी यूपी के मुकाबले पूर्वी उत्तर प्रदेश पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। 

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