आरा - छपरा तो नहीं बलिया जरूर हिलाने आ रहीं सपना, दिखाएंगी आंखों का काजल

बलिया में 24 फरवरी को दिखेगा मशहूर हरियाणवीं डांसर सपना चौधरी की आंखों का काजल मगर इस बात को लेकर जिले में अब पुलिस वाले भी परेशान हैं।

By Edited By: Publish:Fri, 22 Feb 2019 05:42 PM (IST) Updated:Fri, 22 Feb 2019 07:07 PM (IST)
आरा - छपरा तो नहीं बलिया जरूर हिलाने आ रहीं सपना, दिखाएंगी आंखों का काजल
आरा - छपरा तो नहीं बलिया जरूर हिलाने आ रहीं सपना, दिखाएंगी आंखों का काजल

बलिया, जेएनएन।  इस महीने बलिया में दिखेगा सपना चौधरी के आंखों का अनोखा काजल। मगर इस बात को लेकर पुलिस वाले परेशान भी हैं। जी हां, थाना क्षेत्र के सिसवारकला में 24 फरवरी को आयोजित मशहूर हरियाणवी डांसर सपना चौधरी व अन्य कलाकारों की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन के चेहरे पर चिंता की रेखाएं स्पष्ट रुप से दिखने लगी हैं। एक तरफ जहां पुलिस क्षेत्र में हुई ताबड़तोड़ लूट व छिनैती की घटनाओं के पर्दाफाश में लगी हुई है। वहीं कार्यक्रम की सुरक्षा करना किसी चुनौती से कम नहीं है। प्रभारी निरीक्षक यादवेन्द्र पांडेय के अनुसार तो कार्यक्रम में जुटने वाली भारी भीड़ के अंदेशा को देखते हुए सुरक्षा के व्यापक स्तर पर बंदोबस्त किए जा रहे हैं।

प्रभारी निरीक्षक ने पुलिस के आला अधिकारियों को पत्र भेज कर 10 सब इंस्पेक्टर, तीन थानाध्यक्ष, 40 कांस्‍टेबल, 15 महिला कांस्टेबल, डेढ़ सेक्शन पीएसी व अग्निशमन दल की मांग की है। हालांकि यह कार्यक्रम व्यक्तिगत तौर पर कराया जा रहा है जिसके चलते सभी सुरक्षाकर्मियों को एक दिन का वेतन आयोजकों को सरकारी खजाने में जमा करना होगा। सूत्रों के अनुसार तो एक सुरक्षाकर्मी कांस्टेबल का एक दिन का वेतन डेढ़ हजार के करीब आता है। लिहाजा आयोजकों को अपनी जेब काफी ढीली करनी होगी।

वैसे हरियाणवीं डांसर सपना चौधरी के फैंस की संख्या पूर्वांचल में भी काफी ज्यादा है। उनके कार्यक्रम को देखने के लिए प्रशंसक दूर-दूर से आते हैं। ऐसे में कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटती है जिसे नियंत्रित करने में पुलिस के पसीने छूट जाते हैं। कहीं-कहीं तो भगदड़ भी नौबत आ जाती है और उसे संभालना काफी चुनौती भरा हो जाता है। कुल मिलाकर सपना चौधरी के आने से जहां बलिया के नागरिक खुश हैं तो वहीं पुलिस के हाथ पांव भी फूल रहे हैं।

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