वाराणसी जनपद के तीस हजार से अधिक बच्चे निजी विद्यालयों में मुफ्त कर रहे हैं पढ़ाई
राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) के तहत जनपद के विभिन्न निजी विद्यालयों में तीस हजार से अधिक बच्चे मुफ्त पढ़ रहे हैं। इसमें सत्र 2020-21 के 8878 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं बजट के अभाव में 6973 बच्चों को किताब-कापी व ड्रेस का पैसा मिला अब तक नहीं मिल सका है।
वाराणसी, जागरण संवाददाता। राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) के तहत जनपद के विभिन्न निजी विद्यालयों में तीस हजार से अधिक बच्चे मुफ्त पढ़ रहे हैं। इसमें सत्र 2020-21 के 8878 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं बजट के अभाव में 6973 बच्चों को किताब-कापी व ड्रेस का पैसा मिला अब तक नहीं मिल सका है। यही नहीं संबंधित विद्यालयाें काे शुल्क प्रतिपूर्ति का भी इंतजार है।
निश्शुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार-2009 के तहत निजी स्कूलों में प्री-नर्सरी व कक्षा-एक में सीट के सापेक्ष 25 फीसद मुफ्त दाखिला अलाभित समूह व दुर्बल आय वर्ग के बच्चों निर्धारित करने का प्रावधान है। शासन विद्यालयों को प्रति छात्र अधिकतम 450 रुपये की मासिक दर से शुल्क प्रतिपूर्ति उपलब्ध कराता है। किताब-कापी व ड्रेस के लिए के बच्चों के अभिभावकों को पांच हजार रुपये सहायता राशि भी शासन मुहैया कराता है। वहीं सत्र 2020-21 में 1905 बच्चों को ही अब तक किताब-कापी व ड्रेस का पैसा मिला है। जिला समन्वयक विमल कुमार केशरी ने बताया कि शुल्क प्रतिपूर्ति व बच्चों की सहायता राशि के लिए शासन को डिमांड काफी पहले ही भेजा गया है।
वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च को शासन ने सहायता राशि के मद में 95 लाख 25 हजार रुपये जारी किया। पूरा पैसा न मिलने के कारण 1905 बच्चों के अभिभावकों के खाते में ही सहायता राशि स्थानांतरित कराया गया। कहा कि शासन ने बजट जारी होते ही शेष बच्चों के अभिभावकों के खाते में भी सहायता राशि स्थानांतरित करा दी जाएगी। इसी प्रकार शुल्क प्रतिपूर्ति के लिए भी डिमांड भेजा गया है। इसकी प्रथम किश्त करीब चार करोड़ रुपये की स्वीकृति भी मिल गई है। पैसा जारी होते ही विद्यालयों के खाते में शुल्क प्रतिपूर्ति का पैसा स्थानांतरित करा दिया जाएगा।
आरटीई के तहत निजी स्कूलों में मुफ्त पढ़ रहे सत्रवार बच्चे
वर्ष विद्यार्थी
2015- 115
2016- 1851
2017- 4317
2018- 8011
2019- 9557
2020- 13253
2021- 8878