पुरानी kashi में वार्ड की एक गली को बनाएं मॉडल, समय से परियोजनाओं को कराएं पूर्ण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिछले माह की समीक्षा के बाद वाराणसी में विकास कार्यों में तेजी आने लगी है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 10 Sep 2020 12:55 AM (IST) Updated:Thu, 10 Sep 2020 01:57 PM (IST)
पुरानी kashi में वार्ड की एक गली को बनाएं मॉडल, समय से परियोजनाओं को कराएं पूर्ण
पुरानी kashi में वार्ड की एक गली को बनाएं मॉडल, समय से परियोजनाओं को कराएं पूर्ण

वाराणसी, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिछले माह  की समीक्षा के बाद विकास कार्यों में तेजी आने लगी है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने स्मार्ट सिटी योजना अंतर्गत हो रहे कार्यों का निरीक्षण किया। रिडवेलपमेंट ऑफ वार्ड ऑफ ओल्ड काशी अंतर्गत राजमंदिर, कामेश्वर महादेव, कालभैरव, दशाश्वमेध तथा जंगमबाड़ी वार्ड सहित कुल पांच वार्डो में चल रहे कार्यो को देखा। कमिश्नर ने वार्ड में पेयजल, सीवरेज एवं गलियों के सुदृढ़ीकरण मानक के अनुरूप गुणवत्ता के साथ तय समय के अंदर पूर्ण कराए जाने के लिए कार्यदायी संस्था को निर्देशित किया। कमिश्नर ने प्रत्येक वार्ड में एक गली को निर्धारित कर परियोजना से संबंधित सभी कार्य कराकर मॉडल गली बनाने को भी कहा। साथ ही साथ आईपीडीएस तहत विद्युत के तार को अंडरग्राउंड करने का भी निर्देश दिया। इसके बाद उन्होंने वाराणसी स्मार्ट सिटी लिमिटेड अंतर्गत बेनियाबाग भूमिगत पार्किंग एवं गोदौलिया में मल्टीलेवल टू ह्वीलर पार्किंग स्थल का भी निरीक्षण किया। कार्य में तेजी लाने का निर्देश दिया। कमिश्नर के निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त  गौरांग राठी सहित अन्य अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था के अभियंता उपस्थित रहे।

पुरानी तहसील की जमीन पर बनेगा ईवीएम व वीवी पैट गोदाम

वीवी पैट व ईवीएम गोदाम के लिए तहसील में जमीन चिह्ति कर ली गई है। पुरानी तहसील की जमीन पर इसका निर्माण होगा। आयोग ने इस पर सहमति दे दी है। शासन से भी हरीझंडी मिल चुकी है। पुराने भवन के ध्वस्तीकरण का आदेश मिलते ही इस भवन का निर्माण शुरू हो जाएगा। आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इसको तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। भवन निर्माण के लिए कार्यदायी एजेंसी लोक निर्माण विभाग की ओर से इस्टीमेट तैयार कर अनुमति भी ले ली गई है। इस भवन के निर्माण पर कुल चार करोड़ रुपये खर्च होंगे। आयोग की ओर से ईवीएम के गोदाम के लिए लगभग एक करोड़ 87 लाख और वीवी पैट के गोदाम के लिए एक करोड़ 80 लाख रुपये जारी कर दिए गए हैं। हालांकि आयोग ने यह धनराशि बहुत पहले ही जारी कर दी थी। आयोग की मंशा थी कि गोदाम मुख्यालय के पास बनें ताकि उसकी बराबर मानीटङ्क्षरग भी होती रहे। इसलिए जमीन की तलाश लंबे समय से यहां हो रही है।

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