रेलवे विभाग की ओर से बड़ा निर्णय, मर्ज होंगे कामर्शियल डिपार्टमेंट के दो कैडर

रफ्तार भर रही रेल ने कामर्शियल डिपार्टमेंट में बड़े बदलाव का निर्णय लिया है। कामर्शियल क्लर्क एवं इंक्वायरी कम रिजर्वेशन क्लर्क कॉडर को समाहित कर दिया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 12:29 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 12:29 PM (IST)
रेलवे विभाग की ओर से बड़ा निर्णय, मर्ज होंगे कामर्शियल डिपार्टमेंट के दो कैडर
रेलवे विभाग की ओर से बड़ा निर्णय, मर्ज होंगे कामर्शियल डिपार्टमेंट के दो कैडर

चंदाैली [राकेश श्रीवास्तव]। डिजिटल ट्रैक पर रफ्तार भर रही रेल ने कामर्शियल डिपार्टमेंट में बड़े बदलाव का निर्णय लिया है। कामर्शियल क्लर्क एवं इंक्वायरी कम रिजर्वेशन क्लर्क कॉडर को समाहित कर दिया है। रेलवे दोनों पदों के लिए नियुक्तियां नए कॉडर कामर्शियल एवं टिकटिंग स्टॉफ में करेगी। रेलवे बोर्ड के निर्णय पर रेल यूनियनों ने मुहर लगाई तो डिप्टी डायरेक्टर पीएम मीना के आदेश से कामर्शियल विभाग की नियुक्तियों में नया अध्याय जुड़ गया है। 

ऐसा होगा नया स्वरूप : प्रथम चरण में टीसी एवं एवं इसीआरसी काे समाहित कर नया कॉडर कामर्शियल एवं टिकटिंग स्टाफ बनेगा। इनका ग्रेड पे 1900 से बढ़ाकर दो हजार होगा। दूसरे चरण में टीसी को समाहित कर नया कॉडर बनाया जाएगा। प्रमोशन को इन्हें अलग-अलग लेवल तीन, पांच, छह, सात में बांटकर प्रतिशतता के अधार तरजीह दी जाएगी, जिससे किसी का नुकसान न हो।

क्यों लेना पड़ा निर्णय : 21वीं सदी का भारतीय रेल सफलता की ऊंचाइयां छू रही है। डिजिटल ट्रैक पर रफ्तार भरने से 75 फीसद आनलाइन टिकट बुक होने लगे हैं। ऐसे में रिजर्वेशन क्लर्कों का काम धड़ाम हुआ है। दूसरी ओर ट्रेनों की बढ़ती संख्या के कारण टिकट चेकिंग कर्मचारी कार्यों के बोझ तले दबे जा रहे हैं। ऐसे में राजस्व बढ़ाने को रेलवे को बड़ा निर्णय लेना पड़ा।

रेल यूनियनों ने भी लगाई मुहर : मंत्रालय ने कॉडर मर्जर की दिशा में सोचना शुरू किया तो कर्मचारी सेंट्रल एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रिब्यूनल में चले गए। प्रमोशन में नुकसान का हवाला दिया गया, लेकिन कैट ने रेल मंत्रालय को उचित निर्णय लेने को कहते हुए कहा कि उचित रणनीति बनाएं जिससे किसी का नुकसान हुए बगैर नया कॉडर बन सके।

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