नहरों में जमे पानी से तेजी से फैल रहा मलेरिया, जनता रहे सचेत

वाराणसी में सिंचाई विभाग के नहरों में जमे पानी में मच्छरों ने अपना ठिकाना बनाने के साथ लोगों को शिकार बनाना शुरू कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 21 Oct 2018 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 21 Oct 2018 07:00 AM (IST)
नहरों में जमे पानी से तेजी से फैल रहा मलेरिया, जनता रहे सचेत
नहरों में जमे पानी से तेजी से फैल रहा मलेरिया, जनता रहे सचेत

वाराणसी (जेएनएन): सिंचाई विभाग के नहरों में जमे पानी में मच्छरों ने अपना ठिकाना बनाने के साथ लोगों पर हमला करना शुरू कर दिया है। नहरों में स्थिर पानी से लोग मलेरिया समेत विभिन्न बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। ऐसे में सतर्कता बरतने से ही विभिन्न बीमारियों से से बचा जा सकता है। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव प्रशांत त्रिवेदी ने सिंचाई विभाग को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित कराने को कहा है कि नहरों में कहीं भी पानी स्थिर नहीं रहे। पानी का बहाव बना रहे जिससे मच्छर अपना ठिकाना नहीं बना सके। नहर में स्थिर पानी के चलते आसपास के गांवों में रहने वाले लोग मलेरिया समेत विभिन्न बीमारियों के शिकार होते हैं तो सिंचाई विभाग के अभियंता जिम्मेदार होंगे।

प्रमुख सचिव ने पत्र में लिखा है कि घरों के आसपास जलभराव होने पर मच्छर अपना ठिकाना बनाते हैं लेकिन उससे कहीं ज्यादा मच्छर आसपास के तालाबों, कुंडों और नहरों में स्थिर पानी में पनपने लगे हैं। ये मच्छर आसपास के गांवों और बस्तियों में रहने वालों को ज्यादा नुकसान पहुंचा रहे हैं, क्योंकि ज्यादा दिनों तक पानी स्थिर रहने से बड़े मच्छर होने के साथ काफी संख्या में हो जाते हैं। उन्होंने जिले में तैनात सिंचाई विभाग के मुख्य, अधीक्षण और अधिशासी अभियंताओं को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र में सर्वे कराकर यह सुनिश्चित कर लें कि नहरों में पानी स्थिर नहीं है और न ही वहां मच्छरों ने अपना ठिकाना बनाया है। स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिया है कि वे खुद गांवों में जाने के साथ अधीनस्थों को भी भेजें। गांवों में जाकर देखे कि किसान खेत या आसपास पानी स्टोर तो नहीं किया है, यदि किया है तो उस पानी का निस्तारण कराएं। किसानों को समझाएं कि पानी स्टोर होने पर उसमें जन्मे मच्छर प्राणघातक साबित होंगे।

नगर आयुक्त और जिला पंचायत राज अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में यह सुनिश्चित कराएं कि नालों और नालियों में गंदा पानी एकत्रित नहीं रहे, उसमें बहाव बनी रही। किसी कारण गंदा पानी अवरुद्ध है तो तत्काल सफाई कराकर गंदे पानी का बहाव बनाए।

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