सूर्य की भांति दुनिया में प्रकाश फैलाने की जरूरत : राम नाईक

वाराणसी में राज्यपाल/ कुलाधिपति रामनाईक ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि सूर्य हमेशा चलता रहता है उसी तरह गतिमान रहने की जरूरत है ताकि छात्र बेहतर भविष्‍य बना सकें।

By Edited By: Publish:Tue, 18 Sep 2018 05:45 PM (IST) Updated:Tue, 18 Sep 2018 07:34 PM (IST)
सूर्य की भांति दुनिया में प्रकाश फैलाने की जरूरत : राम नाईक
सूर्य की भांति दुनिया में प्रकाश फैलाने की जरूरत : राम नाईक

वाराणसी (जेएनएन) । राज्यपाल/कुलाधिपति रामनाईक ने कहा कि सूर्य हमेशा चलता रहता है। वह दुनिया को प्रकाश, जीवन व चेतना देता है। सूर्य की भांति दुनिया को प्रकाश फैलाने की जरूरत है। जो व्यक्ति बैठा है उसका भाग्य भी बैठ रहता है। जो सो गया उसका भाग्य सो जाता है। जो खड़ा रहता है। उसका भाग्य भी खड़ा रहता है। ऐसे में जीवन में हमेशा चलते रहें, चलते रहें। उन्होंने अपनी पुस्तक 'चैरवति-चैरवतिÓका निष्कर्ष भी यही बताया। 

वह मंगलवार को महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 40वें दीक्षा समारोह की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप पहला पड़ाव पार कर चुके हैं। आगे कड़ी प्रतिस्पर्धा सामना करना पड़ेगा। केवल जनपद, राज्य या देश से नहीं अपितु पूरी दुनिया का सामना करना होगा। ऐसे में कठोर परिश्रम के बदौलत ही सफलता हासिल की जा सकती है। शार्ट कट का कोई मार्ग नहीं है। कभी-कभी जीवन में असफलताएं भी आती है। असफलताओं से हिम्मत नहीं हारना चाहिए। हमें स्वमूल्यांकन करना चाहिए ताकि उन हम खामियों को दूर कर मुकाम हासिल कर सके। 

कहा कि दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाई जाएगी। बापू की जयंती पूरे देश में दो वर्ष तक विविध कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। विद्यापीठ महात्मा गांधी की संस्था है। ऐसे में इसे विद्यापीठ को दो वर्ष का विस्तृत खाका तैयार करना चाहिए। इस दौरान मन, शरीर व पर्यावरण की स्वच्छता का संकल्प लेने की भी जरूरत है। साथ ही संकल्प से सिद्धि का भी प्रयास करना चाहिए। इस दौरान कुलाधिपति ने 53 मेधावियों को को 54 गोल्ड मेडल प्रदान किए। इसके अलावा एक को डीलिट, 145 को पीएचडी व 95826 को यूजी व पीजी की उपाधि प्रदान की गई। 'स्मारिकाÓ का भी विमोचन हुआ। समारोह में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति कुलपति प्रो. राजाराम शुक्ल, महापौर मृदुला जायसवाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे। संचालन डा. बंशीधर पांडेय व धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव डा. एसएल मौर्य ने किया।

84 दिनों के भीतर सभी विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोह 

उन्होंने कहा कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में 84 दिनों के भीतर सभी 28 राज्य विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोह कराने का लक्ष्य रखा गया है। इस सत्र में पहला दीक्षा समारोह नौ अगस्त को हुआ था। अंतिम 15 नवंबर को हैं। जबकि गत वर्ष सभी विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोह कराने में 253 दिन लग गए थे। 

मंच के बैकड्राप हैट के चित्र पर की टिप्पणी 

इस दौरान कुलाधिपति ने गांधी टोपी लगाने पर छात्र-छात्राओं व अध्यापकों की तारीफ की। वहीं मंच के बैक ड्राप व पोडियम पर बने हैट पर टिप्पणी की। कहा कि बैक ड्राप पर भी गांधी टोपी होनी चाहिए थी। 

उच्च शिक्षा का बदला नक्शा 

कुलाधिपति ने कहा कि पिछले डेढ़ वर्षो में उच्च शिक्षा का नक्शा बदल गया है। डिप्टी सीएम डा. दिनेश शर्मा जहां नकल विहीन परीक्षा कराने में सफल हुए हैं। वहीं आवश्यकतानुसार राजकीय विद्यालय व महाविद्यालय खोल रहे हैं। 

मुंबई जैसा यूपी का विकास क्यों नहीं 

कहा कि बिजली, कानून व्यवस्था व निवेशकों को माहौल न मिल पाने के कारण यूपी में मुंबई जैसा विकास नहीं हो सका। अब यूपी का तेजी से विकास हो रहा है। गत दिनों इन्वेस्टर्स मीट में 41 बिंदुओं पर 28 लाख करोड़ रुपये निवेश की सहमति बनी है। इससे करीब 25 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। ऐसे में यूपी अब पहले तुलना में विकास कर रहा है। है। काशी भी परिवर्तित हो रहा है। बनारस आने पर इसका असर भी दिखाई देता है।   

नहीं आ सके मुख्य अतिथि 

किन्हीं कारणवश समारोह में उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा नहीं पहुंच सके। जबकि बतौर मुख्य अतिथि उन्हें शामिल होना था। इस पर राज्यपाल ने कहा कि अति आवश्यक कार्य होने के कारण वह समारोह में नहीं आ सके।  

अधिवर्षिता आयु 65 वर्ष करने पर पहल 

समारोह के बाद मीडियाकर्मियों ने बातचीत करते हुए कुलपतियों का कार्यकाल पांच वर्ष व अध्यापकों की अधिवर्षिता आयु 65 वर्ष करने के लिए पहल जारी है। वहीं शिक्षक भर्ती व कई परीक्षाओं में हुई अनियमिताओं पर कहा कि जानकारी मिलने पर डिप्टी सीएम कार्रवाई कर रहे हैं। वह काफी अच्छे तरीके से अपना काम कर रहे हैं। 

chat bot
आपका साथी