लीकेज पर जलकल के जेई का वेतन रोका, स्वास्थ्य निरीक्षक से स्पष्टीकरण, नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण

नगर आयुक्त गौरांग राठी ने लंका से रविदास गेट व रवींद्रपुरी होते सोनारपुरा तक निरीक्षण कर जलापूर्ति लाइन में लीकेज ठीक करने व वेंडिंग जोन के लिए स्थान चिह्नित करने को कहा।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 12 Feb 2020 11:05 AM (IST) Updated:Wed, 12 Feb 2020 02:43 PM (IST)
लीकेज पर जलकल के जेई का वेतन रोका, स्वास्थ्य निरीक्षक से स्पष्टीकरण, नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
लीकेज पर जलकल के जेई का वेतन रोका, स्वास्थ्य निरीक्षक से स्पष्टीकरण, नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण

वाराणसी, जेएनएन। नगर आयुक्त गौरांग राठी ने लंका से रविदास गेट व रवींद्रपुरी होते सोनारपुरा तक निरीक्षण कर जलापूर्ति लाइन में लीकेज ठीक करने व वेंडिंग जोन के लिए स्थान चिह्नित करने को कहा। उन्होंने रवींद्रपुरी में जलापूर्ति लाइन में लीकेज, चैंबर ध्वस्त होने व मलबा मिलने पर जलकल के अवर अभियंता मनीष कुमार सिंह का वेतन रोकने और शिवाला में गंदगी के लिए स्वास्थ्य निरीक्षक अपर्णा वाजपेयी से स्पष्टीकरण मांगा है।

उन्होंने निर्देश दिया कि बीएचयू के मुख्य गेट से वी टू मार्ट तक सड़क के दोनों तरफ वेंडिंग जोन व पार्किंग बनाने के लिए निशान लगाएं। साथ ही रवींद्रपुरी में फूड स्ट्रीट के नाम से वेंडिंग जोन बनाया जाए। नगर आयुक्त ने नालियों की सफाई व अवैध बैनर-होर्डिंग्स हटवाने के निर्देश दिए।  छह स्थानों पर ध्वस्त चेंबर व मैनहोल के ढक्कन ठीक कराने के लिए कहा। उन्होंने उद्यान विभाग को निर्देश दिया कि मार्गों पर लगे ट्री गार्ड ठीक कर पेड़ों की छंटाई की जाए। निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त देवी दयाल वर्मा समेत जलकल, पीडब्ल्यूडी, जल निगम व गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई के अधिकारी भी थे।

सफाईकर्मी होंगे प्रशिक्षित, मिलेंगे पांच सौ रुपये

नगर निगम में संविदा और आउट सोर्सिंग के तहत काम करने वाले तीन हजार सफाईकर्मियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके तहत प्रत्येक कर्मचारी को जैकेट, मास्क, ग्लब्स व पांच सौ रुपए दिए जाएंगे। साथ ही उनका तीन वर्ष का दुर्घटना बीमा भी होगा। स्थानीय निकाय की निदेशक डॉ. काजल ने नगर निगम को पत्र भेजकर इसकी व्यवस्था कराने के लिए कहा है। यह प्रशिक्षण एक दिन का होगा। हाल ही में काशी आए सफाई कर्मचारी आयोग के अध्यक्ष सुरेंद्र नाथ वाल्मीकि ने भी इस बावत नगर निगम प्रशासन से पूछताछ की। साथ ही सफाईकर्मियों की सूची भी ले गए। सफाईकर्मियों को प्रशिक्षण देने वाली संस्था एसएलएमडीएस ने नगर निगम प्रशासन से इस संबंध में कुछ दिन पहले ही संपर्क किया था।

ये कागजात जरूरी

इसके लिए सफाईकर्मियों को पासपोर्ट साइज दो फोटो, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, ई-मेल आइडी के साथ परिवार के अन्य सदस्यों के नाम और आयुष्मान योजना के अंतर्गत पंजीकरण है या नहीं की सूचना देना है।

चौकीवार दिया जाएगा प्रशिक्षण

प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी राम सकल यादव ने बताया कि तीन हजार सफाईकर्मियों को प्रशिक्षण चौकीवार दिया जाएगा। एक दिन में पचास लोगों को प्रशिक्षित करने की योजना है।

प्रशिक्षण की जरूरत क्यों

नगर निगम में दो-तीन साल से काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने की जिम्मेदारी शासन ने एक स्वयंसेवी संस्था को क्यों दी, इस बारे में प्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी चुप्पी साध गए।

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