प्रोफेशनल कोर्सों से भी सफलता की उड़ान संभव, इंटर के बाद गंभीरता से सोच-समझ कर आगे की मंजिल तय करें

इंटर के छात्र-छात्राओं को अपने करियर के बारे में गंभीरता से सोच-समझ कर आगे की मंजिल तय करनी होगी। कोई विषय खराब नहीं होता। जरूरत होती है लक्ष्य प्राप्ति के लिए ईमानदारी से प्रयास करने की।अभिभावक का काम सिर्फ बच्चों को राह दिखाना है अर्थात बच्चों को सुझाव दें।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 01 Jul 2021 08:50 AM (IST) Updated:Thu, 01 Jul 2021 08:50 AM (IST)
प्रोफेशनल कोर्सों से भी सफलता की उड़ान संभव, इंटर के बाद गंभीरता से सोच-समझ कर आगे की मंजिल तय करें
इंटर के छात्र-छात्राओं को अपने करियर के बारे में गंभीरता से सोच-समझ कर आगे की मंजिल तय करनी होगी।

वाराणसी, जागरण संवाददाता। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षाएं इस बार कोरोना महामारी की भेंट चढ़ गईं हैं। हालांकि सीबीएसई, सीआइएससीई व यूपी बोर्ड रिजल्ट जारी करने की तैयारी में जुटा हुआ है। ऐसे में इंटर के छात्र-छात्राओं को अपने करियर के बारे में गंभीरता से सोच-समझ कर आगे की मंजिल तय करनी होगी।

सामान्य तौर पर इंटर की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्रों का रूझान इंजीनियरिंग व मेडिकल की ओर रहता है। इसके अलावा तमाम छात्र बीए, बीकाम व बीएससी करते हैं। इसके अलावा विश्वविद्यालयों व उच्च शैक्षणिक संस्थानों में तमाम प्रोफेशनल कोर्स संचालित हो रहे हैं। इन कोर्सों में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। तकनीकी के दौर मेेंं हमें परंपरागत सोच व पाठ्यक्रमों से ऊपर उठने की जरूरत है।

करियर गुरु रवींद्र सहाय के मुताबिक ज्यादातर अभिभावक अपने बच्चों को डाक्टर व इंजीनियर बनाना चाहते हैं। उन्होंने अभिभावकों को अपनी इच्छा बच्चों पर न थोपने की सलाह दी है। कहा कि अभिभावक का काम सिर्फ बच्चों को राह दिखाना है, अर्थात बच्चों को सुझाव दें। कहा कि कोई विषय खराब नहीं होता। जरूरत होती है लक्ष्य प्राप्ति के लिए ईमानदारी से प्रयास करने की।

साइंस, कला व वाणिज्य सभी वर्गों में रोजगार के अवसर

साइंस (मैथ): साइंस में भी कई ग्रुप हैं। गणित, स्पेस साइंस, एस्ट्रो साइंस, एनवायरमेंटल साइंस, वाटर साइंस, माइक्रोबायोलाजी, डेयरी साइंस, रोबोटिक साइंस। हर वर्ग में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। वहीं इंजीनियङ्क्षरग व मेडिकल में भी तमाम फील्ड है।

साइंस (बायो) : एमबीबीएस, बीएएमएस, बायो इन्फार्मेटिक्स, बायो मेडिकल, बायो टेक्नोलाजी, टेलीमेडिसिन, बीएससी-नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, जीएमएम, क्लीनिकल रिसर्च, फूड साइंस, पब्लिक हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन, जैनेटिक्स, मेडिकल लेब्रोटरी, फूड्स, न्यूट्रीशन एंड डायटेटिक्स।

वाणिज्य : बीकाम, बीबीए के अलावा रोजगार के क्षेत्र में बैंकिंग, एकाउंटिंग, इंश्योरेंस, फाइनेंशियल, सीए, सीएस में संभावनाएं तलाशी जा सकती है।

कला : साइंस व कामर्स की भांति आट््र्स में भी रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। ट्रेवल एंड टूरिज्म, मासकाम, होटल मैनेजमेंट, एडमिनिस्टे्रशन, इंटीग्रेटेड ला कोर्स, ग्राफिक डिजाइन, टीङ्क्षचग, लैंग्वेज, कोरियोग्राफी, मार्शल आर्ट सहित तमाम कोर्सों में रोजगार के अवसर है।

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