BHU, काशी विद्यापीठ और संस्‍कृत विवि में 24 घंटे में छात्रावास खाली करने का निर्देश

कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने आगामी सूचना तक जिले के तीनों विश्‍वविद्यालयों बीएचयू विद्यापीठ और संस्‍कृत विवि को बंद कर दिया है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 20 Mar 2020 04:20 PM (IST) Updated:Fri, 20 Mar 2020 04:20 PM (IST)
BHU, काशी विद्यापीठ और संस्‍कृत विवि में 24 घंटे में छात्रावास खाली करने का निर्देश
BHU, काशी विद्यापीठ और संस्‍कृत विवि में 24 घंटे में छात्रावास खाली करने का निर्देश

वाराणसी, जेएनएन। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने आगामी सूचना तक जिले के तीनों विश्‍वविद्यालयों बीएचयू, विद्यापीठ और संस्‍कृत विवि को बंद कर दिया है। इसके साथ ही परिसर में विभिन्‍न गतिविधियों पर विराम लग गया है जबकि छात्रावासों को भी बंद कर छात्रों से घर लौटने को कह दिया गया है। इसके साथ ही परिसर और छात्रावासों में सन्‍न्‍नाटा पसर गया है, हालांकि छात्राें को 24 घंटों का मौका दिया गया है।

सबसे पहले काशी हिंदू विश्वविद्यालय में कोरोना के खतरों को देखते हुए छात्रावास खाली करा दिया गया है। वहीं, बीएचयू स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर को भी बंद कर दिया गया है। दूसरी ओर परिसर में इस आशय की सूचना मिलने के बाद से ही सभी दुकानें भी कोरोना वायरस के खतरों की वजह से बंद की दी गईं। जबकि काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सुबह से ही सन्नाटा पसरा रहा। अगले आदेश तक विवि के सभी पार्क बंद कर दिए गए हैं वहीं स्टेडियम और छात्रावासों को भी बंद किया गया है।

कोरोना वायरस के प्रकोप के देखते हुए  महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ और संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से 24 घंटे के भीतर छात्रावासों को खाली करने का निर्देश दिया है। दूसरी ओर छात्रों को 24 घंटे में छात्रावास खाली करने का निर्देश भी दिया जा चुका है।

इसके साथ ही जिले के तीन विश्‍वविद्यालयों में शै‍क्षणिक और अन्‍य गतिविधियों पर पूरी तरह से विराम लग गया है। छात्रावासों में भी सूचना के बाद से ही सन्‍नाटा नजर आने लगा है जबकि छात्र वापस अपने घरों की ओर लौटने लगे हैं ऐसे में कई विभागीय गतिविधियां भी ठप हो चुकी हैं। वाराणसी में जिला प्रशासन भी अधिक से अधिक लोगों को अलग करने की तैयारी में जुटा हुआ है। वाराणसी पीएम नरेंद्र माेदी का संसदीय क्षेत्र होने की वजह से देश और दुनिया के निगाहों में है लिहाजा यहां प्रशासन अपनी तरफ से कोई कोताही बरतना नहीं चाह रहा है।

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