चंदौली के सैयदराजा इंटर कालेज में विधायक ने छात्रों को दिला दी 'भाजपा की सदस्यता'

नेशनल इंटर कालेज सैयदराजा में मंगलवार को भाजपा विधायक सुशील सिंह ने पढ़ाई अवधि में छात्रों को भाजपा की सदस्यता दिला दी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Tue, 16 Jul 2019 08:14 PM (IST) Updated:Wed, 17 Jul 2019 10:06 PM (IST)
चंदौली के सैयदराजा इंटर कालेज में विधायक ने छात्रों को दिला दी 'भाजपा की सदस्यता'
चंदौली के सैयदराजा इंटर कालेज में विधायक ने छात्रों को दिला दी 'भाजपा की सदस्यता'

चंदौली, जेएनएन। नेशनल इंटर कालेज सैयदराजा में मंगलवार को भाजपा विधायक सुशील सिंह ने पढ़ाई अवधि में छात्रों को भाजपा की सदस्यता दिला दी। करीब एक घंटा विधायक की राजनीतिक क्लास चली, शिक्षक और छात्रों ने भाजपा का पट्टा ओढ़ा और पार्टी की नीतियों व रीतियों पर चलने का संकल्प लिया। इसका वीडियो भी तेजी से वायरल हो रहा है जो चर्चा का विषय रहा। घटना को लेकर बुधवार को जनपद में काफी चर्चा रही।

इंटर कालेजों में पठन-पाठन की अवधि सुबह 7.30 से 12.50 तक तय है। वाकया कुछ इस प्रकार रहा कि कालेज में कक्षाएं चल रही थीं। इसी बीच दोपहर 12.10 बजे विधायक अपने लाव लश्कर के साथ स्कूल परिसर में पहुंचे और प्रधानाचार्य से एक कक्ष मांगा। विधायक की आवभगत कर उन्होंने तत्काल कक्ष संख्या सात को उनके कार्यक्रम के लिए व्यवस्थित करा दिया। इसमें कक्षा नौ से 12 तक के  एक सौ से अधिक छात्र-छात्राओं को एकत्र कराया गया। इसके बाद विधायक ने राजनीति शुरू कर दी। छात्रों को भाजपा के बारे में जानकारी दी, उनकी नीतियों, रीतियों को समझाया और अंत में पट्टा पहनाकर पार्टी का सदस्य भी बना डाला। शिक्षा के मंदिर में पठन-पाठन के दौरान इस तरह के कार्यक्रम का होना जनमानस के बीच जहां चर्चा का विषय बना, वहीं सत्ता पक्ष के लोग इसे अपने मानदंडों पर सही करार दे रहे हैं।

किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया : किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया। छात्रों की छुट्टी हो चुकी थी। 12.30 बजे वे पहुंचे। छात्र स्वत: एकत्र हुए थे और भाजपा से जुडऩा चाह रहे थे। उनसे सवाल भी किया गया कि क्यों भाजपा से जुडऩा चाहते हैं तो उन्होंने कहा देश सेवा के लिए। - सुशील सिंह, विधायक सैयदराजा

नियम के बिल्कुल विरुद्ध : प्रधानाचार्य अनिल सिंह से पूछा कि स्कूल समय में यह कार्यक्रम कैसे हुआ। उनका जवाब था कि विधायक आए उन्होंने उन्हें पट्टा ओढ़ा दिया। वे क्या कर सकते थे। वैसे जो यह कार्यक्रम हुआ वह नियम के बिल्कुल विरुद्ध था। स्कूल समय में ऐसे कार्यक्रम नहीं होने चाहिए। प्रधानाचार्य से इसका स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। -डा. विनोद राय, डीआइओएस 

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