पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का राज्यपाल ने किया अनावरण

वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को दीक्षा समारोह से पूर्व राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने परिसर में लगी गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्या सहित विवि परिवार के अन्‍य सदस्‍या उपस्थित रहे।

By Abhishek sharmaEdited By: Publish:Tue, 16 Feb 2021 11:17 AM (IST) Updated:Tue, 16 Feb 2021 08:28 PM (IST)
पूर्वांचल विश्वविद्यालय जौनपुर में महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का राज्यपाल ने किया अनावरण
आनंदीबेन पटेल ने विवि परिसर में लगी गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया।

जौनपुर, जेएनएन। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में मंगलवार को दीक्षा समारोह से पूर्व राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने परिसर में लगी गोरक्ष पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर निर्मला एस मौर्या सहित विवि परिवार के अन्‍य सदस्‍य उपस्थित रहे।

इसके बाद दोपहर में वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में दीक्षा समारोह शुरू हो गया। कुलाधिपति राज्यपाल आनंदीबेन पटेल व मुख्य अतिथि कृषि विश्वविद्यालय झांसी के कुलाधिपति प्रोफेसर पंजाब सिंह ने मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। महंत अवैद्यनाथ संगोष्ठी भवन में आयोजित कार्यक्रम में मंच पर मुख्य अतिथि व राज्यपाल के पहुंचते ही दुपट्टा भेंटकर स्वागत किया गया। इसके साथ ही विश्वविद्यालय का कुल गीत और राष्ट्रगान हुआ। इसके बाद छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत कर अतिथियों का अभिवादन किया। स्वागत समारोह के बाद मुख्य अतिथि ने विश्वविद्यालय की स्मारिका का विमोचन किया।

वीर बहादुर ङ्क्षसह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के 24 वें दीक्षा समारोह में मंगलवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि गोल्ड मेडलिस्ट व उपाधिधारकों के लिए कामना करती हूंं कि वह उच्च आदर्श के साथ उच्च आदर्शमयी जीवन स्थापित करें। राष्ट्र में योगदान के लिए अब यह युवा कठिन परिश्रम करते हुए तैयार रहें। कहा कि उज्ज्वल भविष्य के लिए नई शिक्षा नीति को बढ़ावा देना होगा। इससे आदर्शवादी व प्रतिभाशाली युवा तथा नागरिक मिल सकते हैं। नई शिक्षा नीति से ही राष्ट्रीय चरित्र का निर्माण व तकनीकी कौशल को बढ़ावा मिलेगा। कहा कि शिक्षा सही मायने में तब चरितार्थ होगी जब देश बाल विवाह, गरीबी व टीबी मुक्त होगा। उन्होंने मेधावियों को संदेश देते हुए कहा कि जीवन, मूल्यों व आदर्शों के जरिए पूर्वांचल विश्वविद्यालय के गौरव को आगे बढ़ाएं। भारत में भगवान राम, महात्मा गांधी, शंकराचार्य की विरासत को भी आगे ले चलें। 

इसी तरह रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के कुलाधिपति प्रोफेसर पंजाब ङ्क्षसह ने कहा कि भारत कृषि उत्पादन के मामले में विश्व में दूसरा स्थान रखता है। हम अपने देश के साथ ही पड़ोसी देशों को भी अनाज उत्पादन कर खिला रहे हैं। पैदावार की स्थिति यह है कि देश में भंडारण के स्थान कम होने से 25 से 30 फीसद खाद्यान्न नष्ट हो रहा है। उन्होंने सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून पर चर्चा करते हुए कहा कि किसानों की समस्या का निराकरण तब होगा जब फसलों को बाजार में लाया जाएगा, फसलों का उचित मूल्य मिलेगा। दीक्षा समारोह में 73 मेधावियों को राज्यपाल के हाथों गोल्ड मेडल व प्रमाण पत्र दिया गया। इसमें यूजी के 15 व पीजी के 58 मेधावी शामिल रहे। साथ ही 67 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि दी गई। स्वागत कुलपति निर्मला एस मौर्या व संचालन प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने किया। 

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