राइट-टू-एजुकेशन : मुफ्त दाखिले में दलाल सक्रिय, वसूल रहे दो से चार हजार रुपये तक

राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) के तहत निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि शुक्रवार को बीत गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 05 Apr 2019 07:42 PM (IST) Updated:Sat, 06 Apr 2019 08:05 AM (IST)
राइट-टू-एजुकेशन : मुफ्त दाखिले में दलाल सक्रिय, वसूल रहे दो से चार हजार रुपये तक
राइट-टू-एजुकेशन : मुफ्त दाखिले में दलाल सक्रिय, वसूल रहे दो से चार हजार रुपये तक

वाराणसी, जेएनएन। राइट-टू-एजुकेशन (आरटीई) के तहत निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि शुक्रवार को बीत गई। जनपद के 471 निजी विद्यालयों में 10116 सीटों के लिए करीब 17500 बच्चों ने आवेदन किया है। दूसरी ओर मुफ्त दाखिला दिलाने के नाम पर दलाल भी सक्रिय हैं। ऑनलाइन फार्म भरने वाले साइबर कैफे के दुकानदार अभिभावकों से दो से चार हजार रुपये वसूल रहे हैं।

बीएसए कार्यालय को पिछले वर्ष भी इस तरह की शिकायत मिली थी। इस मामले में शिवपुर स्थित एक सुविधा केंद्र पर छापेमारी भी की गई। यही नहीं उसके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। निश्शुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार-2009 के तहत निजी स्कूलों को नर्सरी या कक्षा-एक में सीट के सापेक्ष 25 फीसद मुफ्त दाखिला अलाभित समूह व दुर्बल आय वर्ग के बच्चों का करना अनिवार्य है।

मान्यता की शर्तों में भी इसका उल्लेख है। आरटीई के तहत इस वर्ष एक ही चरण में आवेदन मांगे गए थे। पहले अंतिम तिथि 31 मार्च निर्धारित थी। बाद में इसे बढ़ाकर पांच अप्रैल कर दी गई। अंतिम तिथि बीतते ही आवेदनों का सत्यापन तेज कर दिया गया है। अब तक करीब 6000 आवेदन सत्यापित किए जा चुके हैं। इनमें से करीब 250 आवेदन विसंगितयों के चलते निरस्त किए जा चुके हैं। दाखिला लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। लॉटरी 10 अप्रैल को व दाखिला 30 अप्रैल तक होने की संभावना है।

बोले अधिकारी : निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के लिए बच्चों का चयन लॉटरी के माध्यम से किया जाएगा। ऐसे में अभिभावक दलालों के चक्कर में न पड़े। साथ ही बीएसए कार्यालय की भी दौड़ लगाने की जरूरत नहीं है। दाखिले के नाम पर यदि कोई पैसा मांगता है तो अभिभावक इसकी शिकायत कर सकते हैं। दलालों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।  -जेपी सिंह, नोडल अधिकारी, आरटीई

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