चंदौली के बूचड़खाने में छापेमारी के लिए गए पुलिस कर्मियों पर फायरिंग, चार गिरफ्तार

कोतवाली पुलिस ने कसाब महाल में अवैध तरीके से चलाए जा रहे बूचडख़ाने में गुरुवार की तड़के छापेमारी की। पुलिस टीम पर फायर कर मुख्य आरोपी मौके से फरार हो गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 17 Sep 2020 10:29 PM (IST) Updated:Thu, 17 Sep 2020 10:29 PM (IST)
चंदौली के बूचड़खाने में छापेमारी के लिए गए पुलिस कर्मियों पर फायरिंग, चार गिरफ्तार
चंदौली के बूचड़खाने में छापेमारी के लिए गए पुलिस कर्मियों पर फायरिंग, चार गिरफ्तार

चंदौली, जेएनएन। कोतवाली पुलिस ने कसाब महाल में अवैध तरीके से चलाए जा रहे बूचडख़ाने में गुरुवार की तड़के छापेमारी की। पुलिस टीम पर फायर कर मुख्य आरोपी मौके से फरार हो गया। जबकि चार आरोपित पुलिस के हत्थे चढ़ गए । मौके से पड़वा का 102 किलो मांस, चार चापड़, दो कुल्हाड़ी, एक गड़ासा, एक तराजू और सात बटखरे बरामद हुए। बूचडख़ाने के बाहर खड़ी तीन बाइक को जब्त कर लिया गया। एक आरोपी के पास से 12 बोर का एक तमंचा व जिंदा कारतूस मिला। अचानक हुई छापेमारी से मोहल्ले में खलबली मच गई।

गोरखधंधे में लिप्त लोग वाराणसी सहित कसाब महाल के अलावा अन्य जगहों पर मांस की सप्लाई करते हैं। एडिशनल एसपी प्रेमचंद ने कोतवाली में आरोपित से पूछताछ की। इंस्पेक्टर शिवानंद मिश्र को सूचना मिली कि कसाब महाल में कब्रिस्तान के सामने एक गली में कुछ लोग पड़वा को काटकर मांस बेच रहे हैं। अवैध बूचडख़ाने पर पुलिस टीम पहुंची तो एक व्यक्ति ने तमंचे से फायरिंग कर दिया। मौका पाकर सकरी गली से आरोपित फरार हो गया। सतर्कता बरतते हुए पुलिस ने घेरेबंदी कर चार लोगों को पकड़ लिया। बूचडख़ाने के अंदर दर्जनों पड़वा को काटा गया था। पड़वा को काटने के लिए प्रयुक्त होने वाला चापड़, कुल्हाड़ी बरामद हुआ। पुलिस ने कटे मांस को जब्त कर लिया। रिक्शा ट्राली से मांस को कोतवाली लाया गया। यहां मांस को नष्ट किया गया। इंस्पेक्टर ने बताया नूर मुहम्मद निवासी कसाब महाल, जमाल कुरैशी निवासी आदमपुर, वाराणसी, जियाउल हक निवासी भेलूपुर वाराणसी और गुड्डू कुरैशी निवासी जैतपुरा, वाराणसी है। पुलिस टीम पर फायर करने वाला आरोपित शौकत की तलाश की जा रही है। पुलिस टीम में सत्येंद्र विक्रम सिंह, श्रीकांत पांडेय, बृजेश पाल, राम इकबाल, अजीत राजभर, शैलेंद्र उपाध्याय, गौरव सिंह, सत्येंद्र कुमार यादव शामिल रहे।

अवैध बूचडख़ाने को चर्चित है कसाब महाल

नगर का कसाब महाल अवैध बूचडख़ाना चलाने के लिए चर्चित है। यहां पर लंबे समय से अवैध तरीके से पड़वा को काटा जा रहा। स्लाटर हाउस बंद करने के लिए शासन का चाबुक चला था तो पुलिस ने कसाब महाल के बूचडख़ाने को बंद करवा दिया था। इसके बावजूद चोरी छिपे यह धंधा चलाया जा रहा था। सुबह के समय पड़वा को काटकर मांस को बेच दिया जाता है।

शौकत ने हेड कांस्टेबल पर चलाई थी गोली

अवैध बूचडख़ाने पर छापेमारी करने पहुंची पुलिस पर फायर झोंक फरार होने वाला शौकत इस गोरखधंधे का मुख्य आरोपित है। 2005 में बूचडख़ाना बंद करवाने गए हेड कांस्टेबल योगेंद्र सिंह पर भी शौकत ने गोली चला दी थी। गिरफ्तारी के बाद जमानत पर बाहर आ गया और फिर से इस धंधे में जुट गया। सवाल यह उठता है कि शौकत के पीछे कौन है जो उसे हर बार बचा लेता है।

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