निर्माणाधीन चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे लगी आग, फिर खुली सेतु निगम के सतर्कता की कलई

निर्माणाधीन चौकाघाट- लहरतारा फ्लाईओवर को लेकर सेतु निगम के सतर्कता की कलई एक बार फिर खुल गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 06 Feb 2020 07:28 PM (IST) Updated:Thu, 06 Feb 2020 11:03 PM (IST)
निर्माणाधीन चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे लगी आग, फिर खुली सेतु निगम के सतर्कता की कलई
निर्माणाधीन चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे लगी आग, फिर खुली सेतु निगम के सतर्कता की कलई

वाराणसी, जेएनएन। निर्माणाधीन चौकाघाट- लहरतारा फ्लाईओवर को लेकर सेतु निगम के सतर्कता की कलई एक बार फिर खुल गई। गुरुवार को कैंट स्टेशन के सामने पीलर संख्या- 61 पर एलपीजी सिलेंडर में गैस रिसाव के चलते आग लग गई। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए अग्नि शमन यंत्र से आग बुझा दिया। वरना अत्याधिक भीड़- भाड़ वाले इलाके में किसी बड़ी घटना से इनकार नहीं किया जा सकता था। इस दौरान पूरे क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल रहा। अनहोनी की आशंका से सहमे राहगीरों के कदम कुछ दूर पहले ही ठिठक गए।

मिली जानकारी के अनुसार काम को अंतिम रूप देने के लिए शाम 3.45 बजे कैंट स्टेशन के सामने निर्माणाधीन चौकाघाट- लहरतारा फ्लाईओवर के पीलर संख्या-61 पर पोर्च के किनारे गैस कटर से कटिंग चल रहा था। नीचे एलपीजी के गैस सिलेंडर रखे हुए थे, जबकि उपर कर्मचारी काम कर रहा था। इस बीच लीकेज गैस पाइप पर कहीं से चिंगारी गिर गई। और देखते ही देखते पाइप से आग की लपटे उठने लगी। यह नजारा देख राहगीरों के कदम ठिठक गए। स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस और अग्नि शमन दल को दी। इस बीच वहां मौजूद दुकानदार मुन्ना खान बिना समय गंवाए पास रखे अग्नि शमन यंत्र को लेकर कूद पड़ा। अग्नि शमन दल के पहुंचने से पहले ही पांच मिनट के अंदर आग पर काबू पा लिया गया। मौके पर पहुंचे रोडवेज पुलिस चौकी के सिपाहियों ने एहतियातन दोनों तरफ से आवागमन रोक दिया था।

क्षेत्रीय नागरिक ने दिखाई तत्परता

अमूमन कैंट स्टेशन के सामने दिन में रेल यात्री और राहगीरों का दबाव रहता है। घटना के दौरान भी वह मार्ग पूरी तरह से व्यस्त था। अचानक अफरातफरी देख स्थानीय दुकानदारों के भी होश उड़ गए। इतने में वहां मौजूद मुन्ना खान ने बिना समय गंवाए पीलर के पास पड़े अग्नि शमन यंत्र का मुंह खोल दिया। अग्नि शमन दल के आने से पहले ही पांच मिनट के अंदर आग पर काबू पा लिया गया। पीलर के पास दो आक्सीजन सिलेंडर और एलपीजी सिलेंडर भी रखे हुए थे।

इलाज के लिए जख्मी  राहगीरों की तलाश

एक दिन पूर्व बुधवार की रात नौ बजे पीलर संख्या- 53 हादसे के शिकार वसीम (14) और सुमन (52) को चिकित्सकीय सहायता दिलाने के लिए खोजा जा रहा था। घटना के बाद घायलों के उपचार में विभागीय उदासीनता को दैनिक जागरण ने गुरूवार के अंक में प्रमुखता से उजागर किया था। इसके बाद जिम्मेदार अधिकारियों की नींद खुल गई। संबधित अधिकारियों ने ठेकेदार को घायलों को फौरन चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।

लीकेज पाइप में चिंगारी गिर गई

पीलर संख्या- 61 पर गैस कटर से कटिंग का काम चल रहा था। कहीं से लीकेज पाइप में चिंगारी गिर गई। हालांकि कर्मचारियों की सहायता से फौरन आग पर काबू पा लिया गया।

- एके सिंह, सहायक परियोजना प्रबंधक, सेतु निगम।

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