चंदौली डीएम की फसल काट ले गए किसान, भूमाफियाओं ने बाकायदा डीएम की जमीन को गिरवी तक रख दिया
तहसील क्षेत्र के जसूरी गांव में डीएम के नाम दर्ज 40 बीघा खेत में रोपी गई धान की फसल किसान काट ले गए जबकि तहसील प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं लगी।
चंदौली, जेएनएन। मामला चौंकाने वाला ही नहीं बल्कि प्रशासनिक नाकामी की कहानी भी कह रहा है। दरअसल तहसील क्षेत्र के जसूरी गांव में डीएम के नाम दर्ज 40 बीघा खेत में रोपी गई धान की फसल किसान काट ले गए, जबकि तहसील प्रशासन को इसकी खबर तक नहीं लगी। मामला संज्ञान में आने पर तहसील के अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई। एसडीएम ने तहरीर देकर किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया तो अब पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
क्षेत्र के जसूरी गांव में कबीर मठ की करीब 40 बीघा जमीन थी। जमीन पर कब्जे को लेकर ग्रामीणों में कई बार विवाद हुआ। मठ के महंत ने एक दशक पूर्व जमीन चंदौली जिलाधिकारी के नाम से रजिस्ट्री कर दी थी। लेकिन जिला प्रशासन जमीन की देखभाल को लेकर उदासीन बना रहा। इसके चलते भूमाफियाओं ने जमीन पर धीरे से कब्जा कर लिया। किसानों को खेती करने के लिए जमीन तक गिरवी रख दी। गत वर्ष मामला संज्ञान में आने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। एसडीएम व तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जा हटवाया था।
हालांकि अधिकारियों के वापस होते ही किसानों ने दोबारा जमीन पर कब्जा कर लिया। हौसला इस कदर बढ़ा कि किसानों ने जुलाई माह में उक्त भूमि पर धान की फसल की रोपाई कर दी। इसकी शिकायत तहसील प्रशासन से की गयी थी। इस पर नायब तहसीलदार ने ग्राम स्थित अराजी नम्बर 696 रकबा 6.149 व अराजी 826 रकबा 3.856 की जांच कर इसकी रिपोर्ट तहसील प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत किया था। इसके बाद नवम्बर माह में एसडीएम हीरालाल ने जमीन पर रोपी गई धान की फसल को कुर्क करने की कार्रवाई की थी।
वहीं उपज को बेचकर तहसील के नजारत में जमा कराने का निर्देश दिया था। एसडीएम के आदेश को दरकिनार करते हुए किसानों ने इस बार गुपचुप धान की फसल काट ली। कोतवाल गोपाल जी गुप्ता ने बताया कि तहरीर के आधार पर दर्जन भर अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है कि अाखिर डीएम की फसल कौन काट ले गया है।