बलिया में बिजली व पेयजल संकट गहरा गया, जगह-जगह जले पड़े हैं ट्रांसफार्मर

जनपद में बिजली संकट गहरा गया है। विद्युत दुव्र्यवस्था से उमस भरी गर्मी में अफरा-तफरी मची है। इससे पेयजल संकट भी गहरा गया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 05 Aug 2019 07:12 PM (IST) Updated:Tue, 06 Aug 2019 09:46 AM (IST)
बलिया में बिजली व पेयजल संकट गहरा गया, जगह-जगह जले पड़े हैं ट्रांसफार्मर
बलिया में बिजली व पेयजल संकट गहरा गया, जगह-जगह जले पड़े हैं ट्रांसफार्मर

बलिया,जेएनएन। जनपद में बिजली संकट गहरा गया है। विद्युत दुव्र्यवस्था से उमस भरी गर्मी में अफरा-तफरी मची है। आवश्यक कार्य बाधित होने से उपभोक्ताओं को अनेक प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सोमवार को भी कई इलाकों में बिजली कई घंटे गुल रही। इससे पेयजल संकट भी गहरा गया।

      नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के अधिकांश भागों में कई जगहों पर जर्जर विद्युत तार की वजह से आपूर्ति बाधित हो रही है तो कई स्थानों पर अत्यधिक लोड के कारण विद्युत ट्रांसफार्मर जले पड़े हैं। कहीं-कहीं तो महीनों से बिजली गुल होने से त्राहि-त्राहि मची है। जले ट्रांसफार्मरों को सम्बद्ध विद्युत उपकेंद्रों पर बार-बार आग्रह के बावजूद एक तो समय से बदला नहीं जाता, वहीं हफ्ते या महीने भर बाद बदला भी गया तो एक दो दिन में ही पुन: जल जाता है।

विभागीय लापरवाही के कारण यह क्रम टूटने का नाम ही नहीं ले रहा। यानी उपभोक्ताओं के समक्ष यह जटिल समस्या हमेशा बनी रहती है। बिजली बिन छोटे-छोटे उद्योग धंधे ठप पड़ जाने से इस पर आश्रित लोगों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो गई है। वहीं पेयजल संकट उत्पन्न होने से भीषण गर्मी में शुद्ध पानी के लाले पड़ गए हैं। सिंचाई बाधित होने से खेती-किसानी पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। इससे किसान संकट में हैं। दैनिक कार्य सहित बच्चों की पठन-पाठन सब अंधियारे में है। आज के दौर में बिजली के बिना एक दिन भी गुजारा करना मुश्किल है। ऐसे में लगातार ठप रह रही विद्युत आपूर्ति से लोगों का हाल-बेहाल हो गया है। लोग जैसे-तैस एक-एक दिन काट रहे हैं। जबकि बिजली विभाग पर इसका कोई असर नहीं है। विद्युत विभाग के अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे लोगों में तीव्र आक्रोश है।           

तीन सप्ताह से रेवती की तीन चौथाई जनता अंधेरे में

रेवती नगर के बीज गोदाम के समीप स्थित तीन सप्ताह से जला 400 केवीए का ट्रांसफार्मर बदले जाने के दो दिन बाद पुन: जल गया। थाना के समीप स्थित 400 केवीए व गोपाल जी मेमोरियल के पास लगा 63 केवीए का ट्रांसफार्मर पहले से जला हुआ है। ट्रांसफार्मर जलने का सिलसिला बदस्तूर जारी रहने से नगर की आधा से अधिक जनता अंधेरे में रहने को विवश है। सघन बस्ती होने से रात में विशेष कर महिलाओं व बच्चों को उमस व गर्मी के चलते जागरण करना पड़ रहा है। घंटा दो घंटा रात में चैन की नींद सोना हराम हो गया है। इसका मुख्य कारण अत्यधिक लोड का बढऩा है। जब तक नगर में 200 केवीए का ट्रांसफार्मर अलग से नहीं लगाया जाएगा, इसी तरह ट्रांसफार्मर जलता रहेगा। इस मसले को लेकर विभागीय अमला मौन है। सारी परेशानियां जनता को झेलनी पड़ रही है।

दो माह से अंधेरे में मोलनापुर की राजभर बस्ती

अवायां विद्युत उपकेंद्र के छितौना फीडर से जुड़े मोलनापुर गांव की राजभर नई बस्ती विभागीय लापरवाही के कारण पिछले दो माह से अंधेरे में है। सौभाग्य योजना के तहत इस बस्ती में बिजली पहुंची और 25 केवीए का नया विद्युत ट्रांसफार्मर लगा तो बस्तीवासियों में जबरदस्त खुशी थी ङ्क्षकतु महज 15 दिन में ही यह ट्रांसफार्मर जल गया। इसके बाद से इसका कोई सुधि तक नहीं लेने वाला है। इस कारण पूरी आबादी पिछले दो माह से अंधेरे में रहने को विवश है।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी