ठेकेदारों का वाराणसी जिला पंचायत पर आठ करोड़ बकाया, भुगतान को लेकर जिला प्रशासक को भेजा पत्र

वाराणसी जिला पंचायत में अधूरे कार्य को पूर्ण करने व ठेकेदारों के बकाया भुगतान प्रकरण पिछले डेढ़ साल से जस का तस पड़ा हुआ है। ठेकेदार बकाया धनराशि की डिमांड कर रहे हैं वहीं जिला पंचायत अधूरे कार्यों को पूर्ण करने काे लेकर दबाव बनाने में जुटा हुआ है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Wed, 26 May 2021 09:14 PM (IST) Updated:Wed, 26 May 2021 09:14 PM (IST)
ठेकेदारों का वाराणसी जिला पंचायत पर आठ करोड़ बकाया, भुगतान को लेकर जिला प्रशासक को भेजा पत्र
जिला पंचायत में अधूरे कार्य को पूर्ण करने व ठेकेदारों के बकाया भुगतान प्रकरण पड़ा हुआ है।

वाराणसी, जेएनएन। जिला पंचायत में अधूरे कार्य को पूर्ण करने व ठेकेदारों के बकाया भुगतान प्रकरण पिछले डेढ़ साल से जस का तस पड़ा हुआ है। ठेकेदार बकाया धनराशि की डिमांड कर रहे हैं वहीं जिला पंचायत अधूरे कार्यों को पूर्ण करने काे लेकर दबाव बनाने में जुटा हुआ है। नतीजा, 434 कार्य अपूर्ण है। पांच साल गुजर गए। नए जिला पंचायत सदस्य चुन लिए गए हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के बाद सदन काम करने लगेगा। इस समय जिलाधिकारी प्रशासक की भूमिका में हैं।

जिलाधिकारी ने दो दिन पूर्व निर्माण कार्यों की समीक्षा के दौरान सभी ठेकेदारों को अल्टीमेटम दिया कि कार्य पूर्ण नहीं कराएंगे तो प्रदेश स्तर पर काली सूची में डालते हुए लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। साथ ही धनराशि की वसूली भी की जाएगी। दूसरी तरफ ठेकेदारों का कहना है कि आठ करोड़ रुपये बकाया भुगतान अक्टूबर, 2020 से नहीं हुआ। ऐसी स्थिति में ठेकेदारों के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। ठेकेदार कर्ज की चपेट में हैं। अधूरे कार्य तभी पूर्ण कराए जा सकेंगे जब पुराने का भुगतान हो। हालांकि, जिलाधिकारी को ठेकेदारों ने पहले भी अवगत कराया था। जिलाधिकारी ओर से आदेश दिया गया था कि कार्य मानक के अनुसार पूर्ण है तो भुगतान कर दिया जाए लेकिन जिला पंचायत की ओर से इस दिशा में कोई कदम नहीं बढ़ाया गया। आधा दर्जन ठेकेदारों की ओर से जिलाधिकारी को पुराने भुगतान के लिए पत्र लिखा गया है। साथ ही ठेकेदारों का एक प्रतिनिधिमंडल इस संदर्भ में अपर मुख्य अधिकारी से गुरुवार को मुलाकात करेगा। बात नहीं बनी तो जिलाधिकारी से मिलकर समस्या रखेगा।

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