पीजीआइ चंडीगढ़ के डा. बीआर मित्तल बने आइएमएस बीएचयू के निदेशक, पद के लिए थे 12 दावेदार

बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आइएमएस) को एम्स नई दिल्ली के बराबर दर्जा दिलाने के क्रम में आखिरकार स्थायी निदेशक की नियुक्ति हो ही गई। रविवार को सुबह से रात तक चली कार्यकारिणी परिषद की बैठक में इस पर अंतिम मुहर लग गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sun, 01 Nov 2020 11:03 PM (IST) Updated:Mon, 02 Nov 2020 09:43 AM (IST)
पीजीआइ चंडीगढ़ के डा. बीआर मित्तल बने आइएमएस बीएचयू के निदेशक, पद के लिए थे 12 दावेदार
बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान को मिला स्थायी निदेशक।

वाराणसी, जेएनएन। बीएचयू के चिकित्सा विज्ञान संस्थान (आइएमएस) को एम्स नई दिल्ली के बराबर दर्जा दिलाने के क्रम में आखिरकार स्थायी निदेशक की नियुक्ति हो ही गई। रविवार को सुबह से रात तक चली कार्यकारिणी परिषद की बैठक में इस पर अंतिम मुहर लग गई। सूत्रों का कहना है कि पीजीआइ चंडीगढ़ के डा. बीआर मित्तल को निदेशक बनाया गया है। इस संबंध में दैनिक जागरण से बातचीत में डा. मित्तल ने बताया कि यह गर्व की बात है कि बीएचयू जैसे विश्वविद्यालय के संस्थान से जुडऩे का मौका मिल रहा है। वह पदभार कब ग्रहण करेंगे इस सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी पीजीआइ चंडीगढ़ से रिलिविंग की प्रक्रिया अपनानी होगी। इसमें समय लगेगा।

मालूम हो कि स्थायी निदेशक पद के लिए 12 अक्टूबर को साक्षात्कार हुआ था। इसमें 12 दावेदारों की किस्मत लिफाफे में बंद हो गई थी, जिसे रविवार को खोला गया। इससे पहले सितंबर में हुए साक्षात्कार में एनएफएस (नाट फाउंड सुटेबल यानी कोई उपयुक्त नहीं मिला) हो गया था। हालांकि इस बार शुरू से ही डा. मित्तल के नाम की ही चर्चा थी। दैनिक जागरण ने भी इन्हीं के नामों पर संभावना जताई थी। इस बार जिनका साक्षात्कार हुआ था उसमें लखनऊ, सिलीगुड़ी, नई दिल्ली, छत्तीसगढ़ व स्थानीय दावेदारों में राममूर्ति शर्मा, योगेश कुमार सरीन, हरिश मणिलाल पाठक, प्रदीप कुमार पात्रा, सत्य नारायण संखवार, अमित रस्तोगी, अशोक कुमार, गोपाल नाथ, विश्वमोहन दयाल, विनोद कुमार दीक्षित, डा. संजय गंभीर के नाम शामिल थे।

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