देव दीपावली : कोरोना टीकाकरण प्रबंधन से पुरानी रंगत में लौट रहा है वाराणसी का पर्यटन उद्योग
बनारस के अर्ध चंद्राकार घाटों पर मनाई जाने वाली देव दीपावली की छठा देखने के लिए पूरे विश्व से लोग वाराणसी आते हैं। 2020 की देव दीपावली को प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के साथ पूरी दुनिया ने इस पर्व की भव्यता को देखा था।
जागरण संवाददाता, वाराणसी। बनारस के अर्ध चंद्राकार घाटों पर मनाई जाने वाली देव दीपावली की छठा देखने के लिए पूरे विश्व से लोग वाराणसी आते हैं। 2020 की देव दीपावली को प्रधानमंत्री नरेन्द मोदी के साथ पूरी दुनिया ने इस पर्व की भव्यता को देखा था। कोरोना संकट से बहुत हद तक उबर चुकी काशी एक बार फिर देव दीपावली मनाने को तैयार है। देशभर में प्रधानमंत्री के मुफ्त टीकाकरण अभियान और यूपी के मुख्यमंत्री के प्रदेश में कोरोना टीकाकरण प्रबंधन से पर्यटन उद्योग फिर से अपनी पुरानी रंगत में आ रहा है। 19 नवंबर को देव दीपावली के लिए होटल, नौका और बजरे तेजी से बुक हो रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कोरोना के टीकाकरण के प्रबंधन का असर अब पर्यटन उद्योग पर दिखने लगा है। टीकाकरण के बाद लोगों में जबरदस्त आत्मविश्वास देखने को मिल रहा है। लोग अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं। वाराणसी में होने वाली देव दीपावली के लिए देश भर के पर्यटक तेजी से होटल, लॉज, नौका और बजरे बुक कर रहे हैं। गंगा किनारे के होटल, गेस्ट हाउस और लाज लगभग भर चुके हैं।
होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोकुल शर्मा ने बताया कि देव दीपावली के लिए देशभर से पर्यटकों की बुकिंग आ रही है। यह देव दीपावली वाराणसी के पर्यटन उद्योग को आक्सीजन देने का काम कर रही है। करीब दो वर्षों से पर्यटन उद्योग पर कोरोना का ग्रहण लगा था। इस ग्रहण को सरकार ने टीकाकरण के माध्यम से हटा दिया है। होटल, लाज, गेस्ट हाउस, नौका, बजरे और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों के चेहरे बुकिंग से खिल गए हैं।
पर्यटक आसमान से देख रहे बदलते बनारस की तस्वीर
योगी सरकार ने वाराणसी में तीन दिवसीय हाट एयर बैलून फेस्टिवल का आयोजन किया। लोग आसमान से बनारस की सुबह के साथ ही घाटों की श्रृंखला को देखने का आनंद ले रहे हैं। पर्यटक 19 नवंबर को हाट एयर बैलून से देव दीपावली का नजारा देखेंगे। कोविड काल से मंद पड़े पर्यटन उद्योग को हाट एयर बैलून फैस्टिवल संजीवनी दे रहा है।