देव दीपावाली आज, वाराणसी पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी

वाराणसी में आज देव दीपावली की भव्य तैयारी की गई है। इसमें शिरकत करने भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी भी वाराणसी पहुंच गए हैं।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Sat, 04 Nov 2017 02:12 PM (IST) Updated:Sat, 04 Nov 2017 04:05 PM (IST)
देव दीपावाली आज, वाराणसी पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी
देव दीपावाली आज, वाराणसी पहुंचे भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी

वाराणसी (जेएनएन)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में आज देव दीपावली की भव्य तैयारी की गई है। इसमें शिरकत करने भाजपा के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी भी वाराणसी पहुंच गए हैं। 

वाराणसी में भगवान विष्णु को समर्पित आज शाम गंगा पूजन के बाद गंगा के 84 घाटों की सीढिय़ां दीपों की रोशनी से जगमगा उठेंगी। आज यहां पर अनेक कुंड-तालाब भी रोशन होंगे। देव दीपावली पर गंगा किनारे अद्भुत नजारे को देखने के लिए प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक व अतिथि घाटों पर उमड़ पड़ते हैं। यहां पर लोग काशी और देवत्व के इस अनुपम मिलन के साक्षी बनते हैं।

दशाश्वमेध, शीतला घाट, असी घाट, तुलसी घाट पर इस अवसर पर विशेष कार्यक्रम होंगे। दशाश्वमेध घाट पर आज शाम 5.30 बजे से पूजन कार्यक्रम शुरु होगा और शाम 6.20 बजे के करीब आरती होगी। आरती लगभग 45 मिनट चलेगी। दशाश्वमेध घाट पर गंगा सेवा निधि की तरफ से होने वाले कार्यक्रम में गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगी। शहर में आयोजन के चलते भारी भीड़ आने की संभावना है।

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गिरिजादेवी को समर्पित होगी महाआरती

काशी अन्नपूर्णा गंगा ट्रस्ट द्वारा ललिता घाट पर होने वाली दैनिक गंगा आरती के तहत इस वर्ष देव दीपावली पर होने वाली महाआरती ठुमरी साम्राज्ञी गिरिजादेवी को समर्पित होगी।

पंचगंगा पर दीपदान से दिव्य कार्तिक मास का समापन

पंचगंगा घाट स्थित श्रीमठ में आयोजित दिव्य कार्तिक मास महोत्सव का समापन आज शाम पंचगंगा घाट पर दीपदान से होगा। परंपरानुसार गोधूलि बेला में स्वामी रामनरेशाचार्य श्रीमठ स्थित महारानी अहिल्याबाई द्वारा स्थापित ऐतिहासिक हजारा दीपस्तंभ का विधिवत पूजन कर दीप प्रज्ज्वलित करेंगे। इसके पश्चात पंचगंगाघाट समेत अन्य घाटों पर लाखों दीप अपनी आभा से भगवान शंकर का अभिनंदन करेंगे।

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पौराणिक मान्यता के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा के ही दिन भगवान शंकर ने तीनों लोकों के लिए काल बने महादैत्य त्रिपुरा का संहार किया था। उसी से प्रसन्न हो देवताओं ने भगवान शंकर के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए देवदीपावली मनाई थी। इस मौके पर श्रीमठ की ओर से सात हजारा दीप स्तंभ पर भी दीप जलाए जाएंगे। पांच ब्राह्मण मां गंगा की महाआरती की जाएगी। 

51 हजार दीपों से शहीदों को श्रद्धांजलि

वाराणसी नगर युवा उद्योग व्यापार मंडल की ओर से देव दीपावली की पूर्व संध्या पर अंबेडकर पार्क में 'एक दीप शहीदों के नाम' एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। गांधी पार्क व कपरूरी ठाकुरी पार्क सहित अंबेडकर पार्क में 5100 दीप जलाकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। इस दौरान 51 आकाशदीप जलाकर विश्व शांति का संदेश भी दिया गया। 

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घाटों पर 13 मजिस्ट्रेटों की तैनाती

गंगा घाटों पर व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिलाधिकारी योगेश्वर राम मिश्र ने 13 मजिस्ट्रेटों की तैनाती की है। एडीएम सिटी वीरेंद्र पांडेय ने सभी मजिस्ट्रेटों को अपने क्षेत्र में संबंधित सीओ के साथ गश्त करने के निर्देश दिए हैं। मजिस्ट्रेट व पुलिस क्षेत्रधिकारी लागू धारा 144 का अनुपालन भी कराएं।

हजारा दीप स्तंभ

महारानी अहिल्याबाई होल्कर के बनवाए गए हजारा दीप स्तंभ पर शाम करीब पांच बजे दीप जलाए जाते हैं। इसके बाद धीरे-धीरे सभी घाट रोशनी से नहा उठते हैं। यहां पर आसमान सतरंगी आतिशबाजी से रंगीन हो जाता है। गंगा की धारा और घाटों पर लपकते लौ में जलते दीपों की श्रृंखला विहंगम दृश्य प्रस्तुत करती है।

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