स्वनिधि में कर निरीक्षक व्यस्त होने से नगर निगम निधि पर संकट, गृहकर वसूली प्रभावित

बेहतर वसूली के लिए अब तक नगर निगम वाराणसी को शासन की ओर से प्रोत्साहन राशि मिलती रही है। यह राशि 90 फीसद से अधिक वसूली पर दी जाती है लेकिन इस बार यह पुरस्कार मिलना मुश्किल लग रहा है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 06 Mar 2021 03:08 PM (IST) Updated:Sat, 06 Mar 2021 03:08 PM (IST)
स्वनिधि में कर निरीक्षक व्यस्त होने से नगर निगम निधि पर संकट, गृहकर वसूली प्रभावित
इस बार वाराणसी नगर निगम निधि बड़ा घाटा झेलने की ओर अग्रसर है क्योंकि गृहकर वसूली प्रभावित हो गई है।

वाराणसी, जेएनएन। इस बार नगर निगम निधि बड़ा घाटा झेलने की ओर अग्रसर है क्योंकि गृहकर वसूली प्रभावित हो गई है। मार्च तक 60 करोड़ रुपये वसूल किया जाना हैं, लेकिन अब तक करीब 62 फीसद ही वसूली हो सकी है। नगर निगम की निधि पर संकट इस बात से बढ़ गया है कि जिन कर निरीक्षकों को गृहकर वसूली करनी थी, वे वर्तमान में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना को पूरा कराने में जुटे हैं, जबकि इस कार्य की पूरी जिम्मेदारी डूडा विभाग की बनती है।

खास यह कि बेहतर वसूली के लिए अब तक नगर निगम वाराणसी को शासन की ओर से प्रोत्साहन राशि मिलती रही है। यह राशि 90 फीसद से अधिक वसूली पर दी जाती है, लेकिन इस बार यह पुरस्कार मिलना मुश्किल लग रहा है क्योंकि लक्ष्य को हासिल करने के लिए महज 26 दिन ही शेष हैं। यह तब हालात हैं जब कोरोना संक्रमण की मार को देखते हुए लक्ष्य में छह करोड़ रुपये शासन ने घटा दिया है। कोरोना से पहले यह लक्ष्य 66 करोड़ रुपये रखा गया था। मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके द्विवेदी ने बताया कि कुल 60 कर निरीक्षक स्वनिधि योजना में लगे हैं। 

कोतवाली ने किया कमाल  

कोतवाली जोन ने कमाल कर दिया है। 95.81 फीसद वसूली की है। 9984 बिल निर्गत किए गए। इसके सापेक्ष  5,26,26,196 रुपये की वसूली की गई। सर्वाधिक कम वसूली आदमपुर की है। 16211 बिल निर्गत किए गए। इसके सापेक्ष 2,91,56,087 रुपये वसूली की गई। 

जोनवार वसूली का हाल

आदमपुर : 2,91,56,087

भेलूपुर : 8,49,07,121

दशाश्वमेध : 10,12,30,081

कोतवाली : 5,26,26,196

वरुणापार : 10,73,28,062

कुल वसूली : 37,52,47,547

एक मुश्त जमा करें जलकल, पाएं छूट

महापौर मृदुला जायसवाल ने जलकल विभाग में ओटीएस यानि एक मुश्त समाधान योजना लागू करते हुए इसका लाभ जनता को 25 मार्च तक देने की संस्तुति की है। इस आशय की जानकारी देते हुए जलकल सचिव सिद्धार्थ कुमार ने बताया कि जलकर, जलमूल्य, सीवर कर एवं सीवर प्रभार के बकाएदारों को बकाया धनराशि को पूर्ण रूप से जमा करने पर सरचार्ज में छूट मिलेगी जो बकाया धनराशि नहीं जमा करेगा उसके विरुद्ध आरसी जारी की जाएगी। चल व अचल संपत्ति की कुर्की की जाएगी। उन्होंने जनता से सरचार्ज का लाभ लेने के लिए बकाया धनराशि को जमा करने की अपील की है।

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