Corona Fighters ऑक्सीजन के न्यूनतम स्तर के बावजूद वाराणसी के रेलकर्मी प्रवीण ने जीती कोरोना से जंग

38 प्रतिशत ऑक्सीजन सेजूरेशन होने के बावजूद पूर्वोत्तर रेलवे कें विद्युत (टीआरडी) कार्यालय में एसएससी प्रवीण कुमार ने संक्रामक बीमारी को मात दे दिया। पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उन्हें लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के मण्डलीय अस्पताल से सोमवार को छुट्टी दे दी गई।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Mon, 26 Apr 2021 05:10 PM (IST) Updated:Mon, 26 Apr 2021 05:10 PM (IST)
Corona Fighters ऑक्सीजन के न्यूनतम स्तर के बावजूद वाराणसी के रेलकर्मी प्रवीण ने जीती कोरोना से जंग
38 प्रतिशत ऑक्सीजन सेजूरेशन होने के बावजूद प्रवीण कुमार ने संक्रामक बीमारी को मात दे दिया।

वाराणसी, जेएनएन। 38 प्रतिशत ऑक्सीजन सेजूरेशन होने के बावजूद पूर्वोत्तर रेलवे कें विद्युत (टीआरडी) कार्यालय में एसएससी प्रवीण कुमार ने संक्रामक बीमारी को मात दे दिया। पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उन्हें लहरतारा स्थित पूर्वोत्तर रेलवे के मण्डलीय अस्पताल से सोमवार को छुट्टी दे दी गई। जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि 18 अप्रैल को गम्भीर अवस्था में इलाज के लिए प्रवीण को भर्ती किया गया था। प्रवीण को शूगर रोग की भी शिकायत रही। आक्सीजन सेजुरेशन सामान्य से काफी नीचे लगभग 38 प्रतिशत के साथ ब्लड प्रेशर 50 / 30 एवं पल्स रेट 120 प्रति मिनट हो गया था।

इस गम्भीर स्थिति में डा टी. गुप्ता एवं डा आरआर सिंह के नेतृत्व में पैरामेडिकल टीम ने सकारात्मक सोच के साथ आक्सीजन, एन्टीबायोटिक, लो मालीकुलर हैपेरिन, स्टेरायड तथा अन्य चिकित्सकीय सामग्रियों के साथ इलाज शुरु किया। इलाज शुरू होने के पश्चात् प्रवीण कुमार के स्वास्थ्य मे उत्तरोत्तर शुधार होता गया तथा अब वे पूर्ण रूप से स्वस्थ है तथा इनका आक्सीजन सेचुरेशन 96 प्रतिशत के साथ ब्लड प्रेशर 140 / 90 हो गया है जो कि स्वस्थ मनुष्य का होता है। अब प्रवीण कुमार पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर चिकित्सालय से डिस्चार्ज होकर अपने घर चले गये।

इसके अलावा मंडल चिकित्सालय में पांच महिला रेल कर्मी कोविड पाजीटिव मरीज भर्ती हैं, जिनका आक्सीजन सेचुरेशन भर्ती के समय से ही 75 प्रतिशत से 90 प्रतिशत के बीच था। इन महिला कर्मियों का भी चिकित्सकीय टीम के सकारात्मक सोच के साथ शुरु किया गया इलाज काफी प्रभावी रहा परिणामस्वरूप इन कर्मियों के स्वास्थ्य में भी उत्तरोत्तर सुधार हो गया। पूर्ण रूप से स्वस्थ होकर इन लोगों का भी आक्सीजन सेचुरेशन 90 प्रतिशत से उपर होने के कारण इन सभी कर्मियों स्वस्थ घोषित करते हुए चिकित्सालय से डिस्चार्ज कर दिया गया।

chat bot
आपका साथी