स्नातक स्तर पर लागू होगा सीबीसीएस प्रणाली, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रिन्यावयन में जुटा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रिन्यावयन में जुटा हुआ है। इस क्रम में सत्र-2021-22 से स्नातक स्तर पर न्यूनतम समान पाठ्यक्रम व च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) प्रणाली लागू करने के लिए मंथन तेज कर दिया है।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 04 Jun 2021 09:20 PM (IST) Updated:Fri, 04 Jun 2021 09:20 PM (IST)
स्नातक स्तर पर लागू होगा सीबीसीएस प्रणाली, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रिन्यावयन में जुटा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रिन्यावयन में जुटा हुआ है।

वाराणसी, जेएनएन। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ प्रशासन राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रिन्यावयन में जुटा हुआ है। इस क्रम में सत्र-2021-22 से स्नातक स्तर पर न्यूनतम समान पाठ्यक्रम व च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) प्रणाली लागू करने के लिए मंथन तेज कर दिया है। कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई हेड-डीन की बैठक में सीबीसीएस प्रणाली पर व्यापक रूपरेखा बनाने का निर्णय लिया है।

इसके लिए कुलपति ने सभी विभागाध्यक्षों व संकायाध्यक्षों से ऐसे विषयों का चयन करने का निर्देश दिया है। साथ ही हर पेपर में क्रेडिट तय करने का निर्देश दिया है। सीबीसीएस लागू होने के बाद छात्रों का रिजल्ट सीजीपीए के तहत दिया जायेगा। वहीं एक साल पढ़ने के बाद छात्रों को दूसरे संस्थान में भी जाने की सुविधा होगी। इन तमाम बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए व्यापक प्रस्ताव बनाने का सुझाव दिया है। इसके अलावा एक मुख्य समिति भी गठित करने की सहमति बनी है। मुख्य समिति के अनुमोदन के बाद सीबीसीएस प्रणाली लागू की जाएगी। हालांकि सीबीसीएस प्रणाली लागू करने में अब भी तमाम पेच है। बैठक में शोधार्थियों के लिए आरडीसी बुलाने की भी स्वीकृति मिल गई। इस क्रम में कुलपति ने तमाम आवश्यक पत्रावलियाें का निरस्तरण भी किया। बैठक में प्रो. योगेंद्र सिंह, प्रो. संजय, कुलसचिव डा. एसएल मौर्य, सहायक कुलसचिव हरिशचंद्र सहित अन्य लोग मौजूद थे।

हरिश्चंद्र व यूपी कालेज में इसी माह होंगे ऑनलाइन आवेदन

सीबीएसई, सीआइएससीई व यूपी बोर्ड की परीक्षा निरस्त होते ही विश्वविद्यालय व महाविद्यालय भी दाखिले की प्रक्रिया शुरू करने के लिए रूपरेखा बनाई शुरू कर दी है। जनपद के कई महाविद्यालय प्रवेश परीक्षा का फार्म इसी माह में ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। यूपी कालेज व हरिश्चंद्र पीजी कालेज ने आवेदन की रूपरेखा भी तय कर दी है। हरिश्चंद्र पीजी कालेज प्रशास ने प्रवेश परीक्षा का फार्म अगले सप्ताह तक ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। वहीं यूपी कालेज जून के द्वितीय व तृतीय से प्रवेश परीक्षा फार्म ऑनलाइन करने पर विचार कर रही है।

परीक्षाएं निरस्त होने के बाद सीबीएसई, सीआइएससीई, यूपी बोर्ड हाईस्कूल व इंटर के परीक्षार्थियों काे प्रमोट करने की रूपरेखा बनाने में जुटे हुए हैं। ऐसे में हाईस्कूल व इंटर का रिजल्ट 15 जुलाई से पहले जारी होने की संभावना है। इसे देखते हुए महाविद्यालयों ने भी  स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों दाखिले की प्रक्रिया यथाशीघ्र शुरू करने का निर्णय लिया है। महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ ने प्रवेश परीक्षा का फार्म तीन अप्रैल को ही ऑनलाइन कर दिया। इंटर की परीक्षा अब तक न होने के कारण आवेदन करने वाले अभ्यर्थियों की संख्या पिछले साल की तुलना में अब भी कम है। स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न पाठ्यक्रमों में अब तक महज 23 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है। जबकि गत वर्ष यूजी-पीजी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में 32 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। इंटर की परीक्षाएं निरस्त होने से अब आवेदकों की संख्या बढ़नी तय है। उधर हरिश्चंद्र कालेज की प्राचार्या डा. ज्योत्सना चतुर्वेदी ने बताया कि प्रवेश परीक्षा का फार्म ऑनलाइन करने के लिए निजी एजेंसी से बातचीत हो गई है। आवेदन में आंशिक रूप से संशोधन किया गया है। जून के द्वितीय सप्ताह में ही प्रवेश परीक्षा का फार्म ऑनलाइन करने का निर्णय लिया गया है। आवेदन जल्द ही वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे। उधर यूपी कालेज प्रबंधकीय विवाद के कारण यूपी कालेज का कामकाज प्रभावित हो रहा है। दो-दो मैनेजमेंट के दावा को देखते हुए परिसर स्थित इंडियन (इलाहाबाद) बैंक ने खाते से पैसा निकलने पर रोक लगा दी है। ऐसे में प्रवेश परीक्षा फार्म ऑनलाइन करने में कुछ और विलंब हो सकता है।

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