हत्‍या को लेकर मऊ में सियासी संग्राम, राजनीतिक दलों की बढ़ी सरगर्मी

मऊ में डेढ़ माह पूर्व चार अगस्त को रानीपुर थानाक्षेत्र के पलिया गांव में हत्या कर फेंके गए सहजू चौहान के मामले में थाना पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 04:45 PM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 04:45 PM (IST)
हत्‍या को लेकर मऊ में सियासी संग्राम, राजनीतिक दलों की बढ़ी सरगर्मी
हत्‍या को लेकर मऊ में सियासी संग्राम, राजनीतिक दलों की बढ़ी सरगर्मी

मऊ । जिले में तकरीबन डेढ़ माह पूर्व चार अगस्त को रानीपुर थानाक्षेत्र के पलिया गांव में हत्या कर फेंके गए भुसुआ निवासी 55 वर्षीय सहजू चौहान के मामले में थाना पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है। मगर अब यह मुद्दा गरमाने लगा है। लोगों में इस बात का आक्रोश भी है कि जनता की सुरक्षा करने वाले नुमाइंदे उनके साथ पक्षपात कर रहे हैं। सहजू की हत्या हुई मगर अभी तक आरोपियों का कोई सुराग ही पुलिस नहीं लगा पाई है। 

इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए जनवादी पार्टी सोशलिस्ट ने शनिवार को कलेक्ट्रेट में धरना दिया। इसमें पुलिस पर पक्षपात का गंभीर आरोप लगाया गया। साथ ही चेतावनी दी गई कि अगर एक सप्ताह के अंदर मामले में निष्पक्ष कार्रवाई नहीं हुई तो पार्टी बड़ा आंदोलन छेडऩे को बाध्य होगी। उधर जनवादी पार्टी के धरने को कांग्रेस ने भी समर्थन दिया।

जिलाध्यक्ष जपा राजकुमार चौहान ने कहा कि जनपद में पुलिस प्रशासन पंगु हो गया है। रानीपुर थानाक्षेत्र के भुसुआ में हुई हत्या का आज तक खुलासा नहीं किया गया। आए दिन शासन से लगायत प्रशासन कानून-व्यवस्था के मामले में दम भरता रहता है। आरोप लगाया कि हत्या के मामले को दबाने के लिए प्रशासन आत्महत्या साबित करने में तुला हुआ है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष अवनीश सिंह ने आरोप लगाया कि जिले में गरीबों की सुध लेने वाला कोई नहीं है। धड़ाधड़ एकपक्षीय फैसले लिए जा रहे हैं। हस्तक्षेप का आलम यह है कि हत्या के मामले को भी आत्महत्या में तब्दील कर दिया जा रहा है। इस अवसर पर भुसुआ गांव सहित क्षेत्र के आम नागरिकों में आक्रोश दिखा।

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