मान महल की दीवारों पर दिखेगा बनारस

वाराणसी : मान महल में प्रस्तावित एक्सपीरिएंसिव वर्चुअल म्यूजियम में समूचे बनारस को महसूसा जा सकेगा तो

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 May 2018 01:31 AM (IST) Updated:Wed, 23 May 2018 01:31 AM (IST)
मान महल की दीवारों पर दिखेगा बनारस
मान महल की दीवारों पर दिखेगा बनारस

वाराणसी : मान महल में प्रस्तावित एक्सपीरिएंसिव वर्चुअल म्यूजियम में समूचे बनारस को महसूसा जा सकेगा तो पुरातात्विक धरोहर की दीवारों पर इसकी झलक भी नजर आएगी। इसे लाइट ऐंड साउंड व लेजर शो के जरिए दिखाया जाएगा। इसमें दुनिया के इस पुराने शहर की विशेषताओं को भी पूरे अंदाज में बताया जाएगा। प्रोजेक्ट के लिए मान महल का निरीक्षण करने आए केंद्रीय संस्कृति सचिव राघवेंद्र सिंह ने इसका खुलासा किया। उन्होंने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण की ओर से भवन का अनुरक्षण जून में पूरा कर दिया जाएगा। इसके साथ ही एक पखवारे के भीतर एक्सपीरिएंसिव वर्चुअल म्यूजियम भी तैयार कर लिया जाएगा। शार्ट फिल्म व क्लिप युक्त इस म्यूजियम को पहले ऊपरी तल पर ही आकार दिया जाना था। अब दूसरे चरण में निचले तल पर हाल में पिक्टोरल म्यूजियम बनाया जाएगा। उन्होंने म्यूजियम की थीम व एक्जीक्यूशन बाडी नेशनल काउंसिल ऑफ साइंस म्यूजियम के साथ इस पर विचार विमर्श किया। साइंस म्यूजियम परिषद के अफसरों ने इस दौरान इसका भी खाका खींचा कि फिल्मों व चित्रों को इस तरह से सजाया जाए कि इसका दोहराव न हो। इसके अलावा अधिकारियों ने दिसंबर में किए गए निरीक्षण के दौरान कराए गए अनुरक्षण कार्यो को देखा। इसमें पाया गया कि निचले तल का ही कार्य शेष है जिसे पिक्टोरियल म्यूजियम के लिहाज से जल्द पूरा कर लेने का निर्देश दिया।

प्रस्तावित जैन म्यूजियम का भी किया निरीक्षण

दल ने पा‌र्श्वनाथ पीठ करौंदी का भी निरीक्षण कर यहां चल रहे जैन म्यूजियम के कार्यो का निरीक्षण किया। बता दें कि इसके लिए संस्कृति मंत्रालय की ओर डेढ़ करोड़ रुपये स्वीकृत हैं जिसमें 75 लाख की लागत से हाल बनकर तैयार किया जा चुका है। इस दौरान संस्कृति विभाग की ज्वाइंट सेक्रेट्री रिद्धि मिश्रा, एएसआइ की डीजी ऊषा शर्मा, एएसआइ पुरातत्वविद् अधीक्षण नीरज सिन्हा, क्षेत्रीय पुरातत्व अधिकारी डा. सुभाष चंद्र यादव समेत संस्कृति, पुरातत्व व इंटैक के अधिकारी थे।

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