चावल के टुकड़े, भूसी व कृत्रिम रंग से बन रही थी मिलावटी हल्दी, छापेमारी में कारखाने का भंडाफोड़

सैकड़ों रोग में लाभकारी समझ कर आप जिस हल्दी का प्रयोग कर रहे हैं हो सकता है वह आपको दर्जनों रोग दे रही हो।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Thu, 29 Aug 2019 08:03 PM (IST) Updated:Fri, 30 Aug 2019 08:01 AM (IST)
चावल के टुकड़े, भूसी व कृत्रिम रंग से बन रही थी मिलावटी हल्दी, छापेमारी में कारखाने का भंडाफोड़
चावल के टुकड़े, भूसी व कृत्रिम रंग से बन रही थी मिलावटी हल्दी, छापेमारी में कारखाने का भंडाफोड़

वाराणसी, जेएनएन। सैकड़ों रोग में लाभकारी समझ कर आप जिस हल्दी का प्रयोग कर रहे हैं हो सकता है वह आपको दर्जनों रोग दे रही हो। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की छापेमारी में तो यही बात सामने आई है। विभाग ने छापा मारकर कतुआपुरा में मिलावटी हल्दी बनाने के कारखाने का भंडाफोड़ किया है। वहां चावल के टुकड़े, भूसी और कृत्रिम रंग मिला कर मिलावटी हल्दी बनाई जा रही थी।

अभिहित अधिकारी संजय प्रताप सिंह ने बताया कि सूत्रों से जानकारी मिली थी कि कतुआपुरा में कारोबारी कुबेरनाथ द्वारा मिलावटी हल्दी व मिर्च पाउडर का निर्माण किया जा रहा है। विभाग ने टीम बनाकर गुरुवार को छापा मारा। वहां पर मिलावट करने के लिए चावल के टुकड़े, भूसी, रंग, साबुत हल्दी आदि था। 180 किलोग्राम मिलावटी हल्दी तैयार पाई गई। सभी को सीज कर खाद्य कारोबार के प्रतिष्ठान का संचालन बंद कर दिया गया। विभाग ने तीन नमूने भी लिए। बताया कि इस संबंध में नमूनों की जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी। टीम में खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. भरत कुमार मिश्र, सत्यराम यादव, रमेश सिंह, अवनीश कुमार सिंह, मानवेंद्र कुमार सिंह, संदीप यादव, रजनीश कुमार, महातिम यादव, शीत कुमार सिंह आदि शामिल रहे।

दूध के लिए गए छह नमूने

विभाग की टीम ने शहर में विभिन्न स्थानों पर छापेमार कर पैक्ड दूध और खुले दूध के छह नमूने लिए गए। नमूने सिगरा, पांडेयपुर, पैगम्बरपुर में किए गए। अभिहित अधिकारी संजय प्रताप सिंह ने बताया कि आगे भी मिलावटी खाद्य पदार्थ आदि के खिलाफ कार्यवाही चलती रहेगी।

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