BHU के दक्षिणी परिसर का नाम बदलने के प्रस्‍ताव से एबीवीपी में हर्ष, कुलाधिपति के बयान का किया स्‍वागत

बीएचयू में कुलाधिपति की बैठक के दौरान बीएचयू के मीरजापुर में बरकछा परिसर का नाम राजीव गांधी से हटाने को लेकर अब सियासी चर्चा जोर पकड़ने लगी है।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 07:45 AM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 11:03 AM (IST)
BHU के दक्षिणी परिसर का नाम बदलने के प्रस्‍ताव से एबीवीपी में हर्ष, कुलाधिपति के बयान का किया स्‍वागत
BHU के दक्षिणी परिसर का नाम बदलने के प्रस्‍ताव से एबीवीपी में हर्ष, कुलाधिपति के बयान का किया स्‍वागत

मीरजापुर, जेएनएन। बीएचयू में कुलाधिपति की बैठक के दौरान बीएचयू के मीरजापुर में बरकछा परिसर का नाम राजीव गांधी से हटाने को लेकर अब सियासी चर्चा जोर पकड़ने लगी है। इस बार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने बीएचयू कोर्ट के राजीव गांधी दक्षिणी परिसर के नाम मे बदलाव के प्रस्ताव का स्वागत किया है। परिषद के राजीव गांधी दक्षिणी परिसर के मीडिया प्रभारी सूरज यादव ने कहा कि विद्यार्थी परिषद कुलाधिपति के उस बयान का भी समर्थन करती है, जिसमें उनके द्वारा कहा गया कि राजीव गांधी एक अच्छे व्यक्ति थे, लेकिन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना तथा विकास में उनका नहीं योगदान रहा है।

कहा कि विश्वविद्यालय के कुछ छात्र नेता व लोग इस प्रस्ताव का विरोध कर रहे हैं, परन्तु वास्तविकता इसके उलट है। दक्षिणी परिसर के छात्र इस प्रस्ताव से प्रफुल्लित हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दक्षिणी परिसर इकाई का मानना है कि कुछ लोगों का कहना है कि परिसर का नाम नहीं किंतु इस परिसर को ही अलग विश्वविद्यालय बनाना चाहिए। अलग विश्वविद्यालय होने से परिसर अपनी पहचान, गरिमा खो बैठेगा। शायद महामना मालवीय आज जीवित होते तो इनकी बात पर उनकी आंखें नम हो जाती। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पहली बार दक्षिणी परिसर का नाम बदलने की बात को उठाया और इसके लिए संघर्ष भी किया है। 

chat bot
आपका साथी