हरियाणा से बिहार ले जाई जा रही 270 पेटी अंग्रेजी शराब वाराणसी में बरामद, तमंचा-कारतूस संग चालक गिरफ्तार

हरियाणा से बिहार ले जाई जा रही 270 पेटी अंग्रेजी शराब को वाराणसी के मिर्जामुराद में पलिस ने बरामद किया और तमंचा-कारतूस संग चालक गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Fri, 17 Jul 2020 03:16 PM (IST) Updated:Fri, 17 Jul 2020 03:16 PM (IST)
हरियाणा से बिहार ले जाई जा रही 270 पेटी अंग्रेजी शराब वाराणसी में बरामद, तमंचा-कारतूस संग चालक गिरफ्तार
हरियाणा से बिहार ले जाई जा रही 270 पेटी अंग्रेजी शराब वाराणसी में बरामद, तमंचा-कारतूस संग चालक गिरफ्तार

वाराणसी, जेएनएन। बिहार में शराब बंदी के बाद से हाइवे पर शुरू हुआ शराब तस्करी का धंधा रुकने का नाम नही ले रहा है। शराब तस्कर भी नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। डीसीएम पर फर्जी नंबर प्लेट लगा 'लाई' की बोरियों के बीच छीपाकर हरियाणा से तस्करी के लिए बिहार ले जाई जा रही 270 पेटी अवैध अंग्रेजी शराब गुरुवार की रात मिर्जामुराद पुलिस ने बरामद की है। चालक को तमंचा संग गिरफ्तार कर लिया गया है। मिर्जामुराद थाना प्रभारी निरीक्षक सुनील दत्त दुबे ने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि डीसीएम में हरियाणा के बहादुरगढ़ से बिहार के हाजीपुर के लिए अंग्रेजी शराब ले जाया जा रहा है। मिर्जामुराद थाना गेट के सामने हाइवे पर डीसीएम को रोककर जब तलाशी ली गई तो लाई के बोरियों के बीच मे 'इम्पीरियल ब्लू' व 'रॉयल ग्रीन' ब्रांड का 270 पेटी अंगेजी शराब बरामद हुआ। वहीं पंजाब के कपूरथला (भोलाट) निवासी डीसीएम चालक अमृत पाल सिंह को जेल भेज दिया गया। 270 पेटी में कुल 4680 बोतल शराब मिली है।

जीपीएस सिस्टम से मिली कामयाबी

डीसीएम में लगी जीपीएस सिस्टम से पुलिस को कामयाबी मिली। डीसीएम कठवाड़ा (गुजरात) के रोशन शर्मा की है। डीसीएम मालिक ने लॉकडाउन में अपनी डीसीएम को हरियाणा के एक व्यक्ति को किराए पर चलवाने के लिए दिया था। किराए पर लेने वाला व्यक्ति डीसीएम के नंबर बदलकर और फर्जी कागजात बनवाकर शराब तस्करी कराने लगा था। मालिक ने जीपीएस के जरिए लोकेशन लेने के बाद उधर से गुजरने पर मिर्जामुराद पुलिस को सूचना दी।

चालक को मिलता है एक लाख

शराब तस्करों द्वारा चालक को एक खेप का माल मंजिल तक पहुंचाने के एवज में एक लाख रुपये दिया जाता है। इस बात का खुलासा स्वयं चालक ने किया। उसने बताया कि हम लोग की बात नेट के वाइस कॉल से और वाट्सएप से फोटो के जरिए होती है। चालक के पास से मिले एक मोबाइल से यह राज खुला। चालक ने बताया कि एक लाख में ही रास्ते का खर्च व डीजल भी रहता है।

chat bot
आपका साथी