वाराणसी में जापान की सहायता से 186 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हो गया है अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर

जापान सरकार ने 186 करोड़ रुपये की सहायता से इसका निर्माण कराया था। करीब पांच साल पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे बनारस आए थे तो उन्होंने यहां पर दोस्ती का स्मारक बनाने की इच्छा जाहिर की थी।

By Saurabh ChakravartyEdited By: Publish:Sat, 13 Mar 2021 09:10 AM (IST) Updated:Sat, 13 Mar 2021 09:10 AM (IST)
वाराणसी में जापान की सहायता से 186 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हो गया है अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर
जापान की सहायता से 186 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हो गया है अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर।

वाराणसी, जेएनएन। वर्ष 2001 की घटना है, जब रात साढ़े तीन बजे पं. जसराज ने संकटमोचन समारोह में ओम नमो भगवते वासुदेवाय..., का गायन कर रहे थे। उनके टेक पर आते ही पीछे से एक रिक्शेवाले की आवाज आई थी, गइला त गुरू...। यह वाक्या महसूस करा गई कि यह आवाज सिर्फ वाहवाही के नहीं हैं बल्कि यह बनारस का इंजन हैं। ये वे आवाजें हैं जो इस बनारस में अमजद अली खान से लेकर सुनंदा पटनायक तक का स्वागत महादेव के संबोधन से करती हैं और छन्नूलाल मिश्र जैसे बड़े कलाकार को ताने भी देती हैं।

यही आवाजें अब हर-हर महादेव के साथ हर-हर मोदी का भी जयघोष कर रही हैं। यह एक पल में नहीं हुआ। पीएम मोदी के बनारस से पहली बार सांसद बनने के साथ ही जो लहर चली वह आज भी कायम है। श्रीकाशी विश्पनाथ की नगरी में जो विकास की गंगा बही कि हर कोई दांतों तले उंगली दबाने को मजबूर है। गंगधार, मंदिर, धर्म, संगीत, शिक्षा आदि से विख्यात आध्यामिक नगरी काशी अब ढांचागत निर्माण को लेकर भी पहचान बना रही है। यहीं पर भारत-जापान की दोस्ती का स्मारक भी बन रहा है जो एक मिसाल है। जापान सरकार ने 186 करोड़ रुपये की सहायता से इसका निर्माण कराया था। करीब पांच साल पहले जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो आबे बनारस आए थे तो उन्होंने यहां पर दोस्ती का स्मारक बनाने की इच्छा जाहिर की थी। इसके अलावा बड़ालालपुर में पं. दीनदयाल हस्तकला संकुल, नगर के छह वार्डों का पुनर्विकास, मंडुआडीह रेलवे स्टेशन का सुंदरीकरण व विस्तार ने शहर को नई पहचान दी है। खिड़किया घाट समेत प्रमुख घाटों का जीर्णोद्धार, मल्टी स्टोरी पार्किंग का निर्माण से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। वहीं, गरीब बच्चों के लिए स्मार्ट स्कूल तो महिला सुरक्षा के लिए सेफ सिटी के तौर हो रहे ढांचागत निर्माण अब आकार ले रहे हैं।

लगाए जा रहे 3000 सीसीटीवी कैमरे

नगर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 720 स्थानों पर 3000 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा चौराहों पर ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए कैमरे लगाए गए हैं जिससे नियम तोड़ते वाहनों पर नजर रहती है। वहीं, दुकानदारों से भी सड़क की निगरानी करने के लिए कैमरे लगाने की अपील नगर निगम व पुलिस प्रशासन की ओर से हो रही हैं। इनके लिए अलग से आप्टिकल फाइबर केबल बिछाया जा रहा है।

सिटी कमांड एंड कंट्रोल रूम

सिगरा में स्मार्ट सिटी की ओर से सिटी कमांड एंड कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है। यहीं से पूरे नगर पर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा स्वच्छता मिशन को लेकर हो रहे कार्यों की निगरानी की जा रही है। ट्रैफिक कंट्रोल, कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम समेत अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया जा रहा है।

कुंड-तालाब, पार्क पर्यटन स्थल

ढांचागत निर्माण के तहत कुंड-तालाब व पार्कों को पर्यटन स्थल बनाया जा रहा है। इसके तहत दुर्गाकुंड, लक्ष्मी कुंड, पिशाचमोचन समेत कई कुंड व तालाबों का कार्य पूरा हो चुका है जहां रात में दृश्य मनोहारी होता है। ऐसे ही टाउनहाल, कंपनी गार्डेन व बेनियाबाग का सुंदरीकरण किया जा रहा है।

मल्टी स्टोरी पार्किंग सुविधा

नगर में चार स्थानों पर पार्किंग बनाई जा रही है। इसमें गादौलिया व टाउनहाल मैदान में मल्टी स्टोरी पार्किंग बन रही है तो वहीं, बेनियाबाग व सर्किट हाउस में ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित हो रहे कुंड व तालाबों के पास भी पार्किंग के इंतजाम हो रहे हैं।  

इंटर मॉडल इंटीग्रेटेड स्टेशन

एक बड़े प्रस्ताव इंटर मॉडल इंटीग्रेटेड स्टेशन का है। इसके डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट पर कार्य हो रहा है। ऐसा स्टेशन फ्रांस, जर्मनी, अमेरिका, आस्टे्रलिया जैसे विकसित देशों में मिलेंगे जहां पर रेल व बस सेवा के साथ ही हवाई व पानी के जहाज की सेवा मिलती है। राजघाट रेलवे स्टेशन के चहुंओर एक बड़े क्षेत्र में इंटर मॉडल इंटीग्रेटेड स्टेशन का प्रस्ताव तैयार हो रहा है। 

एक नजर में ढांचागत निर्माण

-जापान के सहयोग से बना रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, लागत 186 करोड़

-मल्टी स्टोरी टू व्हीलर पार्किंग गोदौलिया, लागत 19.55 करोड़

-श्रीकाशी विश्वनाथ धाम, 345.27 करोड़

-गोदौलिया से दशाश्वमेध घाट तक प्रसाद योजना से सड़क, पटरी आदि निर्माण, 10.76 करोड़

-रामेश्वर मंदिर परिक्षेत्र का विकास, 8.00 करोड़

-जिला कचहरी में 16 आरबिटल कोर्ट बिल्डिंग (जी प्लस आठ), 39.74 करोड़

-बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में एमसीएच विंग, लागत 45.50 करोड़

-बीएचयू में नेत्र संस्थान, 29.63 करोड़

-अंतर विश्वविद्यालीय शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र, 107 करोड़

-बीएचयू में अध्यापकों के लिए आवासी फ्लैट, 60.63 करोड़  

-बीएचयू के कर्मचारियों के लिए आवासीय फ्लैट, 57.25 करोड़

-बीएचयू के जोधपुर कालोनी में आवासीय फ्लैट, 60.63 करोड़

-बीएचयू में डाक्टर, नर्स हास्टल व धर्मशाला निर्माण 130 करोड़

-बीएचयू में गल्र्स हास्टल, 28.78 करोड़

-वाराणसी शहरी गैस वितरण प्रोजेक्ट, 345 करोड़

-रामनगर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल का उच्चीकरण, 18.46 करोड़

-पं. दीनदयाल अस्पताल में 50 बेड का महिला अस्पताल, 21.88 करोड़

-कुरु पिंडरा में पॉलीटेक्निक कालेज, 10.60 करोड़

-गंगा में असि से राजघाट के बीच मोटर बोट संचालन, 10.71 करोड़

-पर्यटन विकास के लिए संत रविदास मंदिर का विकास, 15.14 करोड़

-सर्किट हाउस परिसर में पार्किंग, 19.16 करोड़

-अलईपुर में विद्युत सब स्टेशन, 56.05 करोड़

-भूमिगत केबिलिंग कार्य, 140.20 करोड़

-शाही नाला का जीर्णोद्वार, 84.58 करोड़

-पुरानी एसटीपी, पंपिंग स्टेशनों को अपगे्रड, 19.08 करोड़

-वरुणा कारिडोर, 195.42 करोड़

-50260 घरों का शौचालय कनेक्शन, 162.83 करोड़

-50 एमएलडी एसटीपी निर्माण रमना, 161.31 करोड़

-10 एमएलडी एसटीपी निर्माण रामनगर, 72.91 करोड़

-पुरानी काशी को बनाया जा रहा स्मार्ट, 93.60 करोड़

-मछोदरी स्मार्ट सीनियर सेकेंड्री स्कूल एवं कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र, 14.21 करोड़

-टाउनहाल पार्क का जीर्णोद्धार व सुंदरीकरण, 23.31 करोड़

-बेनियाबाग पार्क का पुनर्विकास एवं पार्किंग निर्माण, 90.42 करोड़

-दशाश्वमेध, दरभंगा, शीतला, अहिल्याबाई व मुंशी घाट जीर्णोद्धार, 11.88 करोड़

-स्मार्ट सिटी के वार्ड

-खिड़किया घाट का पुनर्विकास, 35.83 करोड़

-दशाश्वमेध प्लाजा, 26.58 करोड़

-नगर में 720 स्थानों पर 3000 कैमरे लगाए जाएंगे, 128.04 करोड़

-संपूर्णानंद स्पोट्र्स स्टेडियम का विकास, 111.08

-इलेक्ट्रिक बस चार्जिंग स्टेशन, 21.64

-कचरे से बिजली बनाने का प्लांट, 300 करोड़

-नौ कुंडों का सुंदरीकरण, 10.98 करोड़

-कमिश्नरी के सभी विभागों के लिए एक भवन, 171 करोड़

-सिस वरुणा वॉटर स्कीम के लिए 114.16 करोड़

chat bot
आपका साथी