कोई झुकने को नहीं था तैयार, प्रशासन रहा बेबस

वाराणसी : लंका में छात्रों व स्थानीय दुकानदारों के बीच मारपीट, पथराव और तोड़फोड़ के दौरान कोई पक्ष झुक

By Edited By: Publish:Sun, 19 Feb 2017 02:04 AM (IST) Updated:Sun, 19 Feb 2017 02:04 AM (IST)
कोई झुकने को नहीं था तैयार, प्रशासन रहा बेबस
कोई झुकने को नहीं था तैयार, प्रशासन रहा बेबस

वाराणसी : लंका में छात्रों व स्थानीय दुकानदारों के बीच मारपीट, पथराव और तोड़फोड़ के दौरान कोई पक्ष झुकने को तैयार नहीं था। छात्र बीएचयू परिसर व उसके पास से पथराव कर रहे थे तो दुकानदार कुछ दूर से। पर्याप्त फोर्स न होने से प्रशासन बेबस नजर आ रहा था। पुलिस की कोशिश बस यही थी कि किसी तरह मामला शांत हो जाए। रात नौ बजे के बाद बीएचयू से बाहर निकले एसएसपी नितिन तिवारी ने कहा कि छात्र मान गए हैं, अब वह बाहर नहीं आएंगे। हालांकि वो दावे से नहीं कह पाए कि अब बवाल नहीं होगा। एहतियातन बीएचयू गेट के बाहर रातभर फोर्स रही।

रविदास गेट के पास पांच दिन पहले छात्रों और दुकानदारों के बीच विवाद हो गया था। शनिवार को शाम बीएचयू के छात्रों ने उक्त दुकानदार की पिटाई कर दी। देखते ही देखते मामला तूल पकड़ गया। एक ओर छात्र तो दूसरी तरफ दुकानदार हाथों में राड, डंडा, पत्थर आदि लेकर खड़े हो गए। इस बीच सैकड़ों दुकानदार बीएचयू में घुसने लगे। यह देख सीओ भेलूपुर राजेश श्रीवास्तव पुलिसकर्मियों के साथ सिंहद्वार पर खड़े हो गए। दुकानदारों को रोकने में उन्हें मशक्कत करनी पड़ी।

दूसरी ओर हास्पिटल गेट से दर्जनों छात्र बाहर निकलकर फिर तोड़फोड़ करने के साथ दुकानदारों की पिटाई करने लगे। जानकारी होते ही बीएचयू गेट के बाहर खड़े दुकानदारों ने उन्हें दौड़ा लिया। इस दौरान अफसरों की कोशिश थी कि किसी तरह मामला शांत हो जाए। अफसरों ने अंदर छात्रों को समझाने के बाद बाहर खड़े आक्रोशित दुकानदारों को समझाने की पूरी कोशिश की।

हालांकि छात्र उपद्रव से नाराज दुकानदार लंका थाने पहुंच गए। वे विरोध में नारेबाजी करने के साथ आरोपी छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लगे। कुछ दुकानदारों ने रविवार को दुकानें बंद करने की बात की हालांकि पुलिस ने समझाकर शांत कराया। भरोसा दिया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, तब जाकर दुकानदार शांत हुए।

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