पुत्र के मुंडन पर पिता की डूबने से मौत

जागरण संवाददाता, वाराणसी : ग्वालियर से बेटे के मुंडन के लिए आए एक परिवार ने सपने में भी नहीं सोचा

By Edited By: Publish:Sat, 28 Mar 2015 08:58 PM (IST) Updated:Sat, 28 Mar 2015 08:58 PM (IST)
पुत्र के मुंडन पर पिता की डूबने से मौत

जागरण संवाददाता, वाराणसी : ग्वालियर से बेटे के मुंडन के लिए आए एक परिवार ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि शनिवार का दिन उनको जिंदगी भर का गम दे जाएगा। पुत्र के मुंडन के बाद गंगा में स्नान के दौरान पिता की डूबने से मौत हो गई। परिजनों की आंखों के सामने ही युवक डूब गया और वह बस मदद के लिए चीखते-चिल्लाते रहे। इस हादसे ने एक बार फिर गंगा किनारे श्रद्धालुओं की सुरक्षा-व्यवस्था के इंतजाम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सूचना पर पहुंची पुलिस ने मल्लाहों की मदद से शव को गंगा से बाहर निकाला।

कथा सुनने और बेटे के मुंडन के लिए आया था परिवार

ग्वालियर के रहने वाले संतोष ठाकर (30 वर्ष) पिता मनोज ठाकर, मां गायत्री, पत्नी सपना और एक साल के पुत्र मानस के साथ संत मोरारी बापू का कथा श्रवण करने काशी आए थे। अस्सी घाट के पास एक गेस्ट हाउस में पूरा परिवार ठहरा था। परिवार ने मानस का मुंडन काशी में कराना तय किया था। मुंडन संस्कार के लिए शनिवार की सुबह पूरा परिवार अस्सी घाट पर पहुंचा। मानस का मुंडन संस्कार होने के बाद संतोष गंगा में स्नान करने उतरे।

नहाते समय अचानक संतोष गहरे पानी में चले गए और डूबने-उतराने लगे। यह देखकर परिवार के सदस्य मदद के लिए पुकार लगाने लगे। जब तक आसपास के लोग पहुंचते संतोष गंगा में समा गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय मल्लाहों को तलाश के लिए पानी में उतारा। थोड़ी देर बाद मल्लाह संतोष को बाहर निकाले लेकिन तब तक उनकी सांस थम चुकी थी। उसके बाद तो वहां परिजनों की चित्कार से घाट क्षेत्र सिहर उठा। हंसते-खेलते परिवार के साथ हुए दर्दनाक हादसे से वहां मौजूद लोगों की आंखें भी नम हो गई। हादसे की जानकारी जब कथा स्थल पर पहुंची तो वहां भी शोक की लहर दौड़ गई।

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