सामूहिक नकल के आरोपी छात्रों का रिजल्ट जारी

जागरण संवाददाता, वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्री-आचार्य की परीक्षा में सामूह

By Edited By: Publish:Sat, 25 Oct 2014 08:39 PM (IST) Updated:Sat, 25 Oct 2014 08:39 PM (IST)
सामूहिक नकल के आरोपी छात्रों का रिजल्ट जारी

जागरण संवाददाता, वाराणसी : संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के शास्त्री-आचार्य की परीक्षा में सामूहिक नकल के आरोपी छात्रों का रिजल्ट जारी होने का मामला प्रकाश में आया है। इसे लेकर विश्वविद्यालय में खलबली मची है। वहीं संबद्ध कालेजों में रोष व्याप्त है। कई संस्कृत कालेजों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर भेदभाव का आरोप लगाया है। बहरहाल विश्वविद्यालय प्रशासन गुपचुप तरीके से इसकी जांच-पड़ताल में जुटा है कि आरोपी परीक्षार्थियोंका रिजल्ट कैसे जारी हुआ। शास्त्री-आचार्य की 2014 की वार्षिक परीक्षा में भदोही, जौनपुर, आजमगढ़, बलिया, प्रतापगढ़, मथुरा, सिद्वार्थनगर व इलाहाबाद के दस कालेजों पर सामूहिक नकल के आरोप लगे थे। परीक्षा समिति ने इन केंद्रों पर एक-एक लाख रुपये का अर्थदंड लगाया है। परीक्षार्थियों का परीक्षाफल भी निरस्त करने करने की संस्तुति कर दी है। बावजूद कई परीक्षार्थियों का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है।

ऐसे हुई चूक

सामूहिक नकल के आरोपी दस में से पांच ऐसे केंद्र हैं। जिन केंद्रों पर आस-पास के कम छात्र संख्या वाले कालेजों के छात्रों का भी सेंटर गया था। रिजल्ट घोषित करते समय सामूहिक नकल के आरोपी केंद्रों का रिजल्ट तो रोक दिया गया। वहीं उन कालेजों पर ध्यान नहीं दिया गया जिसका दूसरे कालेजों में सेंटर बनायागया था। विश्वविद्यालय प्रशासन की लापरवाही से सैकड़ों परीक्षार्थियों का फायदा हुआ। हालांकि इस मामले में परीक्षार्थी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

विद्यापीठ में भी हुई लापरवाही

वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में भी इस तरह की लापरवाही सामने आई है। परीक्षा में अनुचित साधन के प्रयोग में पकड़े गए दर्जनों छात्रों का अंकपत्र जारी कर दिया गया। बाद में इसे निजी एजेंसी का चूक बताते हुए परीक्षार्थियों से रिजल्ट वापस ले लिए गए।

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