सोनभद्र से नौकरी करने गए 11 युवकों को पुणे में बनाया बंधक, सात भाग कर पहुंचे

पुणे में एक बाइक रिंग बनाने की कंपनी में नौकरी के लिए उक्त युवक द्वारा ले जाया गया, जहां दलाल ने अस्सी हजार रुपये लेकर इन युवकों को एक कंपनी में लगा दिया।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 07 Dec 2018 03:57 PM (IST) Updated:Fri, 07 Dec 2018 03:57 PM (IST)
सोनभद्र से नौकरी करने गए 11 युवकों को पुणे में बनाया बंधक, सात भाग कर पहुंचे
सोनभद्र से नौकरी करने गए 11 युवकों को पुणे में बनाया बंधक, सात भाग कर पहुंचे

सोनभद्र, जेएनएन। शाहगंज थाना क्षेत्र के नौडिहा व खजुरी गांव से 11 युवक कमाने के लिए नौडिहा गांव के ही एक युवक के साथ महाराष्ट्र गए। वहां के पुणे में स्थित एक बाइक रिंग बनाने की कंपनी में नौकरी के लिए उक्त युवक द्वारा ले जाया गया। जहां दलाल ने अस्सी हजार रुपये लेकर इन युवकों को एक कंपनी में लगा दिया। कंपनी के लोगों ने युवकों को बंधक बनाकर मोबाइल, पैसा व आधारकार्ड आदि छीन लिया। तीन दिन के बाद चहारदीवारी वाले घर को फांदकर जंगल के रास्ते से स्टेशन पहुंचे और गुरुवार की शाम इसमें से सात युवक घर आ गए। अब जब वे आपबीती बता रहे हैं तो लोगों की रूह कांप गई।

खजुरी निवासी छोटू लाल पुत्र विश्वनाथ, अजीत कुमार पुत्र शंभुनाथ, सुनील कुमार पुत्र अनिरुद्ध प्रसाद, मेराज पुत्र शकील, सुनील पुत्र हरिहर, अजय पाल पुत्र इन्नर, रमेश पुत्र बिक्कु शर्मा समेत नौडीहा गांव के चार युवक नौडिहा गांव निवासी एक युवक के माध्यम से पुणे में 28 नवम्बर को गए। युवकों ने बताया कि वहां के महालूंगी गेट के पास स्थित बाइक की एक फैक्ट्री जहां रिंग बनाई जाती थी। वहां सभी पहुंचे तो मोबाइल व आधार कार्ड सभी पैसे जब्त करा लिए गए। सीसीटीवी कैमरे वाले कमरे में रहने के लिए कहा। तीन दिन में ही लगा कि हम यह फंस गए। जब घर आने की बात कही तो कम्पनी के स्टाफ ने कहा कि तुम लोगों की कीमत अस्सी हजार रुपये जिसने भेजा है उसे भेज दिए। इतने पैसे जमा करो और यहां से जाओ। विरोध करने पर रॉड से जला भी दिए। बाद में रात के समय किसी तरह से दीवार फांदकर वहां से फरार हुए। 11 युवकों में से सात आ चुके हैं। बाकी अभी नहीं आए।

दलाल को देखते ही ग्रामीणों ने शुरू की पिटायी : शाहगंज थाना क्षेत्र के नौडिहा गांव निवासी जिस दलाल के माध्यम से ये युवक पुणे की निजी कंपनी में बेचे गए थे, वहां बंधक बनाए गए थे उसे थाना क्षेत्र में देखते ही युवकों के परिजनों ने पीटना शुरू कर दिया। शाहगंज बाजार में स्थित संकट मोचन तिराहे पर सुबह के समय दर्जनों की संख्या में लोगों ने मिलकर उसे पीटा और पुलिस के हवाले कर दिया। बताया जा रहा है कि उक्त युवक ने किसी अन्य व्यक्ति के माध्यम से वहां तक बच्चों को पहुंचाया। अपने वहां गया ही नहीं और कमीशन लेकर किनारे हो गया। इस संबंध में प्रभारी निरीक्षक शाहगंज सुभाष चंद्र राय ने बताया कि युवकों ने जो बताया है उस आधार पर जांच की जा रही है। हालांकि अभी तक बंधक बनाने आदि की बात स्पष्ट नहीं हो सकी है।

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