उत्‍तर प्रदेश में बिजली की मांग में कमी पर 11 बिजली उत्‍पादन इकाइयों को बंद कराया गया

छह हजार मेगावाट की कमी आई है। बिजली की मांग में आई कमी के कारण यूपी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर को हालत नियंत्रण में रखने के लिए जमकर थर्मल बैकिंग कराने के साथ सरकारी और निजी सेक्टर की 11 इकाइयों को बंद कराना पड़ा।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 08:02 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 08:02 PM (IST)
उत्‍तर प्रदेश में बिजली की मांग में कमी पर 11 बिजली उत्‍पादन इकाइयों को बंद कराया गया
थर्मल बैकिंग कराने के साथ सरकारी और निजी सेक्टर की 11 इकाइयों को बंद कराना पड़ा।

सोनभद्र, जागरण संवाददाता। प्रदेश के बड़े हिस्से में मानसून की पुनः सक्रियता के कारण बिजली की मांग में कमी आई है। पिछले तीन दिनों के दौरान बिजली की अधिकतम प्रतिबंधित मांग में छह हजार मेगावाट की कमी आई है। बिजली की मांग में आई कमी के कारण यूपी स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर को हालत नियंत्रण में रखने के लिए जमकर थर्मल बैकिंग कराने के साथ सरकारी और निजी सेक्टर की 11 इकाइयों को बंद कराना पड़ा।

इसके अलावा केंद्रीय पूल से आयात भी 40 फीसद से ज्यादा कम करना पड़ा है। बीते दो दिनों के दौरान प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है। निरंतर बारिश से अधिकतम तापमान में आयी कमी के कारण बिजली की मांग में भारी कमी आयी है। बीते 12 सितंबर को अधिकतम प्रतिबंधित मांग 21344 मेगावाट थी जो 16 सितंबर को घटकर 14147 तक लुढ़क गई है। पूरे वर्ष में बहुत कम दिनों में अधिकतम प्रतिबंधित मांग 14 हजार मेगावाट तक कम होती है। बहरहाल मानसून की सक्रियता के कारण मांग में निरंतर कमी बनी हुई है।

बीते 12 सितंबर को केंद्रीय पूल से 9745 मेगावाट बिजली का आयात किया गया था वहीं 16 सितंबर को इसे 5136 मेगावाट तक घटाना पड़ा। मांग में कमी के कारण फिलहाल उत्पादन निगम की पारीछा परियोजना की 210 मेगावाट एवं 250 मेगावाट की दो-दो इकाइयों को बंद करा दिया गया है। इसके अलावा ऊंचाहार की 210 मेगावाट की एक,टांडा की 110 मेगावाट की चार तथा रोजा की 300 मेगावाट की दो इकाई को बंद कराया गया है। मांग में कमी के कारण रिहंद और ओबरा जल विद्युत घर की भी इकाइयों को दिन में बंद रखा जा रहा है।

ओबरा की नौवीं इकाई बंद : शुक्रवार को तड़के 4.33 बजे पर ओबरा तापीय परियोजना की 200 मेगावाट वाली नौवीं इकाई बायलर ट्यूब लीकेज के कारण बंद हो गयी। उधर अनपरा अ तापघर की 210 मेगावाट और अनपरा डी की 500 मेगावाट की एक-एक इकाई एवं ऊंचाहार की 500 मेगावाट की एक इकाई तकनीकी कारणों से पहले से बंद है।

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