Varanasi में 1.83 लाख बच्चों को घर बैठे मिलेगा 76 दिनों के मिड डे मील का राशन
शासन ने परिषदीय स्कूलों के बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में मिड-डे-मील का राशन व इसे पकाने को अभिभावकों को कन्वर्जन कास्ट (भोजन लागत) देने का निर्णय लिया है।
वाराणसी, जेएनएन। कोरोना महामारी को देखते हुए शासन ने परिषदीय स्कूलों के बच्चों को गर्मी की छुट्टियों में मिड-डे-मील का राशन व इसे पकाने को अभिभावकों को कन्वर्जन कास्ट (भोजन लागत) देने का निर्णय लिया है। इसमें एक बच्चे को 76 दिनों के मिड-डे-मील का राशन मिलेगा। जबकि प्राथमिक स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों के अभिभावकों को 374 व जूनियर में प्रति छात्र 561 रुपये कन्वर्जन कास्ट दी जाएगी। इस निर्णय से जनपद के 1.83 लाख बच्चे और उनके अभिभावक लाभान्वित होंगे।
लॉकडाउन अवधि में परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत तमाम बच्चों के अभिभावकों की रोजी-रोटी प्रभावित हुई है। इसे देखते हुए स्कूल बंदी के दौरान का मिड-डे-मील विद्यार्थियों को देने का निर्णय लिया गया है। कोरोना रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के चलते सभी स्कूल 24 मार्च से बंद हैं। जो फिलहाल 30 जून तक बंद रहेंगे।
अभिभावकों का मांगा खाता नंबर
शासन ने मिड डे मील कन्वर्जन कास्ट की पहली किस्त जारी भी कर दी है। इसे देखते हुए बीएसए राकेश सिंह ने स्कूलों के हेडमास्टरों और अध्यापकों से आइएफसी कोड संग अभिभावकों का खाता नंबर शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।
स्कूल से अभिभावक ले जाएंगे राशन
76 दिन की स्कूल बंदी का राशन बच्चों के घर पहुंचेगा। इसके लिए उन्हें विद्यालय नहीं आना होगा। स्कूलों में अभिभावकों को बुला कर कोटेदार के माध्यम से राशन वितरण किया जाएगा। बीएसए ने बताया कि प्राइमरी में प्रति बच्चा 7.60 किलो व उच्च प्राथमिक विद्यालयों में प्रति बच्चा 11.40 किलो अनाज कोटेदार के माध्यम से अभिभावकों उपलब्ध कराया जाएगा।
कन्वर्जन कास्ट में भी हुई बढ़ोतरी
शासन ने एक अप्रैल से मिड-डे-मील के लिए कन्वर्जन कास्ट भी बढ़ा दी है। पहले प्राथमिक स्कूलों में प्रति बच्चा 4.48 रुपये व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में 6.51 रुपये प्रति बच्चे के हिसाब से कन्वर्जन कास्ट मिलती थी। अब प्राथमिक में 4.97 रुपये व पूर्व माध्यमिक में 7.45 रुपये प्रति छात्र के हिसाब से कन्वर्जन कास्ट दी जाएगी।
यह भी जानें 183131 जनपद में कुल पंजीकृत बच्चे हैं 138212 प्राथमिक विद्यालय हैं 44919 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं