उन्नाव में मालगाड़ी पलटना हादसा नहीं उत्सर्ग एक्सप्रेस उड़ाने की थी साजिश

संदिग्ध आतंकी गाजीबाबा ने कहा कि चार माह पहले उन्नाव के मगरवारा और छमकनाली के बीच पलटी मालगाड़ी विभागीय चूक नहीं आतंकी साजिश थी।

By Nawal MishraEdited By: Publish:Thu, 27 Apr 2017 06:21 PM (IST) Updated:Thu, 27 Apr 2017 11:43 PM (IST)
उन्नाव में मालगाड़ी पलटना हादसा नहीं उत्सर्ग एक्सप्रेस उड़ाने की थी साजिश
उन्नाव में मालगाड़ी पलटना हादसा नहीं उत्सर्ग एक्सप्रेस उड़ाने की थी साजिश

उन्नाव (जेएनएन)। चार माह पहले उन्नाव जिले के मगरवारा और छमकनाली के बीच पलटी मालगाड़ी विभागीय चूक नहीं एक बड़ी आतंकी साजिश का हिस्सा थी। जालंधर से पकड़े गए संदिग्ध आतंकी गाजीबाबा ने इस बात का खुलासा किया है। कम खर्च में अधिक जानमाल के नुकसान पहुंचाने की मंशा से खुरासान माड्यूल से जुड़े आतंकियों ने ट्रेनों को  निशाना बनाना शुरू किया है। कुछ जगहों पर इन्हें सफलता भी मिली। मगरवारा और छमकनाली के बीच पलटी मालगाड़ी को अधिकारियों की चूक माना गया जबकि यह आतंकियों का जाल था।

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मालगाड़ी निशाना नहीं थी

12 जनवरी 2017 की शाम 5.30 बजे कानपुर से न्यू गुवाहटी जंक्शन जा रही मालगाड़ी के 10 डिब्बे मगरवारा और छमकनाली के बीच पलट गए थे। इन डिब्बों में खाद्य सामग्री भरी थी। करीब पांच सौ मीटर तक पटरी कई धड़ों में विभाजित हो गई थी। हादसे के एक सप्ताह बाद दिल्ली से आई टीम ने इसकी जांच बिठाई। जांच में विभागीय चूक मानकर दो लोगों का तबादला कर दिया गया। 20 अप्रैल को जालंधर से पकड़े गए संदिग्ध आतंकी आसीवन थाना क्षेत्र के रसूलाबाद कस्बा के फिरोजनगर निवासी गाजीबाबा उर्फ मुजम्मल ने पूछताछ में एटीएस टीम को जो बताया वह चौंकाने वाला था।

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खुरासन माड्यूल का इस्तेमाल

सूत्रों की माने तो गाजी ने बताया कि उसका और संगठन के लोगों का मकसद है कम खर्च में अधिक जाने लेना। इसके लिए उन्होंने ट्रेनों को निशाना बनाने की योजना पर काम करना शुरू किया। मगरवारा और छमकनाली के बीच पलटी मालगाड़ी भी इसी योजना का हिस्सा थी। खुफिया सूत्रों की माने तो गाजी और संगठन के अन्य लोगों का मकसद मालगाड़ी को निशाना बनाना नहीं, बल्कि मालगाड़ी से 10 मिनट पहले निकली उत्सर्ग एक्सप्रेस ट्रेन को था। मालगाड़ी पलटने के स्थान से आधा किमी. दूर की सारी पेंड्रोल क्लिप निकाल दी गई थी।

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राजफाश के बाद उन्नाव पहुंची टीमें

करीब छह दिन पहले एनआइए और एटीएस की संयुक्त टीम उन्नाव पहुंची। हालांकि इसकी भनक प्रशासनिक और पुलिस के किसी भी अधिकारी को नहीं लगी। सूत्रों की माने तो टीम शहर के एक होटल में रुककर आतंकी गाजीबाबा द्वारा दिए संकेतों पर काम करती रही। चर्चा यह भी है कि टीम मालगाड़ी पलटने वाले स्थान का जायजा भी लेने गई। इसके बाद वह गाजी से जुड़े लोगों को तलाशने में जुटी रही। सुराग इकट्ठा करने के लिए टीम उसके पैतृक गांव भी गई। जहां से आतंकी के कमरे से महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद कर साथ ले गई।

भगवाधारी की तलाश जारी

एनआइए और एटीएस की टीम जिले में हैं या चली गई यह बोलने को कोई तैयार नहीं है। हालांकि खुफिया सूत्र बताते हैं कि टीम के कुछ सदस्य अभी भी शहर में मौजूद हैं। जो किसी भगवाधारी की तलाश कर रहे हैं। यह भगवाधारी और कोई नहीं गाजी का साथी है जो उसके हर कार्य में सरीख रहा। जल्द हही उसके पकड़े जाने की संभावना जताई जा रही है।

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