दूधिया रोशनी से नहाएगा हाईवे, लगेंगी हाईमास्ट लाइट
सूर्य ढलने के बाद घनघोर अंधेरे में डूबने वाला हाईवे अब जल्द ही दूधिया रोशनी से नहाएगा। एनएचएआई के निर्देश पर निर्माण कंपनी इसमें पड़ने वाले प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट और पुल पर स्ट्रीट लाइटें लगवाने की तैयार में जुट गया है। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने डीपीआर बनाकर संस्तुति के लिए भेज दी है। जल्द ही इस पर काम शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
जागरण संवाददाता, उन्नाव: सूरज ढलने के बाद अंधेरे में डूबने वाला हाईवे अब जल्द ही दूधिया रोशनी से नहाएगा। एनएचएआइ के निर्देश पर निर्माण कंपनी ने प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट और पुल पर स्ट्रीट लाइटें लगाने की तैयारी कर ली हैं। इसके लिए विभागीय अधिकारियों ने डीपीआर बनाकर संस्तुति के लिए भेज दी है। जल्द ही इस पर काम शुरू होने की उम्मीद है।
लखनऊ-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर नवाबगंज स्थित टोल प्लाजा को छोड़कर कहीं भी रोशनी के इंतजाम नहीं हैं। इसे लेकर कई बार शिकायत की गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसे देखते हुए एनएचएआइ ने पीएनसी को सभी प्रमुख स्थानों पर लाइटें लगवाने का निर्देश दिया है। इसके तहत हाईवे पर जाजमऊ चौकी के पास, आजाद मार्ग चौराहा, गदनखेड़ा चौराहा, एआरटीओ कार्यालय, उन्नाव बाईपास, दही चौकी, अजगैन कोतवाली के पास, नवाबगंज व सोहरामऊ आदि स्थानों पर हाईमास्ट लाइटें लगाई जाएंगी। हाईवे के पुलों पर पर स्ट्रीट लाइटें लगेंगी।
ठूंठ बनकर रह गईं रायबरेली ओवरब्रिज की 32 स्ट्रीट लाइटें
रायबरेली ओवरब्रिज पर तीन साल पहले लगाई गई 32 स्ट्रीट लाइटें ठूंठ बन चुकी हैं। यहां हर खंभे के बीच 33 मीटर की दूरी पर दो-दो लाइट लगी थीं। निर्माणदायी कंपनी के पास इनकी देखरेख का जिम्मा था। कंपनी ने लाइटें लगवा दीं लेकिन देखरेख के अभाव ये शोपीस बन गई।
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हाईवे पर अंधेरा दूर करने को सभी प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट लाइट लगवाने की तैयारी है। इसकी डीपीआर भेजी गई है। बजट की संस्तुति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
-गुंजन सिंह, सेफ्टी मैनेजर, पीएनसी