खुद संक्रमण से जूझ आम लोगों को राहत देने में जुटे

हमारे योद्धा जासं उन्नाव कोविड नियंत्रण में फ्रंटलाइन में काम कर रहे प्रशासनिक व स्वास्थ्

By JagranEdited By: Publish:Wed, 09 Sep 2020 11:21 PM (IST) Updated:Wed, 09 Sep 2020 11:21 PM (IST)
खुद संक्रमण से जूझ आम लोगों को राहत देने में जुटे
खुद संक्रमण से जूझ आम लोगों को राहत देने में जुटे

हमारे योद्धा

जासं, उन्नाव : कोविड नियंत्रण में फ्रंटलाइन में काम कर रहे प्रशासनिक व स्वास्थ्य विभाग के अफसर व कर्मचारी स्वयं संक्रमित होने के बाद भी लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। कोरोना फाइटर्स में शामिल दो कोविड हॉस्पिटलों के नोडल अधिकारी भी ऐसे हैं जो कोरोना पॉजिटिव हुए। कई दिनों बाद संक्रमण को हराने में सफल हुए। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद वह फिर अपने दायित्व पालन में जुट गए हैं। रोगी सेवा ही हमारा कर्म

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कोविड हॉस्पिटल बिछिया के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ. एके रावत संक्रमित मरीजों को बेहतर चिकित्सा सेवा और अन्य सुविधाएं दिलाने के लिए स्वयं हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं पर पैनी निगाह बनाए रहे। यही नहीं मरीजों से हालचाल लेना और उनकी समस्याएं जानकार उनका प्राथमिकता पर समाधान कराने के लिए वह नियमित अस्पताल का भ्रमण करते रहे। इसी बीच पिछले माह वह कोरोना पॉजिटिव हो गए। ठीक होकर आए तो पुन: अपने दायित्व निर्वहन में लग गए हैं। डॉ. रावत का कहना है कि रोगी सेवा ही हमारा कर्म है। कोरोना को हराना लोगों को बचाना ही उद्देश्य

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निश्चित तौर पर वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ रहे कोरोना फाइटर्स का जज्बा और हौसला दोनों ही सलाम करने लायक है। कोविड हॉस्पिटल श्रीराममूर्ति समारक कॉलेज और होम आइसोलेशन के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ. तनमय कक्कड़ कोरोना पॉजिटिव हो गए। 14 दिनों तक स्वयं कोरोना वायरस से लड़ाई लड़ी। कोरोना को हरा स्वस्थ होने के बाद आराम न कर वह फिर ड्यूटी पर डट गए। उनका कहना है कि कोरोना को हराना लोगों को बचाना ही हमारा उद्देश्य है।

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